इस वक्त क़ुरआन करीम ही एक आसमानी किताब है जो इन्सान की दस्तरस में है।नहजुल बलाग़ा में बीस से ज़ियादा ख़ुतबात हैं जिन में क़ुरआने मजीद का तआर्रुफ़ और उस की अहमियत व ...
इमाम हुसैन अ.स. एक ऐसी ज़ात है जिस से पूरी दुनिया में हर मज़हब और जाति के लोग मोहब्बत करते और आपसे ख़ास अक़ीदत रखते हैं। हम सभी यह बात जानते हैं कि अर्मेनियाई, यहूदी और पारसी ...
"वास्तविक इस्लाम करबला के आईने में" विषय पर गांधी भवन में लेक्चरइस्लाम आया ही है ज़ुल्म को मिटाने के लिए, अगर कोई नमाज़ें पढ़ने वाला, कोई रोज़े रखने वाला, कोई हज करने वाला ...
सर्वसमर्थ व महान ईश्वर से निकट होने का एक मार्ग पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेहि व सल्लम और उनके पवित्र परिजनों से प्रेम है। पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व ...
इस बात को जान लेने क बाद कोई भी जानकार और समझदार व्यक्ति अपने आपको इन ईश्वरीय दूतों और उनके लाए हुए संदेशों के बारे में अध्ययन व जानकारी इकट्ठा करने से कैसे रोक सकता है?हां ...
हलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना: मिस्र की राजधानी क़ाहेरा में अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा अधिकृत बैतुलमुक़द्दस को इस्राईल की राजधानी घोषित किए जाने के विरुद्ध ...
हमारा अक़ीदह है कि इंसान की अक़्ल बहुत सी चीज़ों के हुस्न व क़ुब्ह (अच्छाई व बुराई )को समझती है। और यह उस ताक़त की बरकत से है जो अल्लाह ने इंसान को अच्छे और बुरे में तमीज़ करने ...
सूरे ग़ाफ़िर पवित्र क़ुरआन का ४०वां सूरा है और यह मक्का में नाज़िल हुआ था। पवित्र क़ुरआन के सात सूरे हैं जिन्हें हवामिम कहा जाता है। पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व ...
वर्ष ३८ हिज़री क़मरी ५ शाबान को पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेहि व सल्लम के पौत्र इमाम अली बिन हुसैन पैदा हुए जिनकी एक उपाधि सज्जाद भी है।हज़रत इमाम हुसैन ...
पवित्र क़ुरआन का सबसे बड़ा सूरा सूरए बक़रह है जिसमें 286 आयते हैं। इस सूरे के उतरने से नवस्थापित इस्लामी समाज से संबंधित ज़रूरी मामले स्पष्ट हुए और मुसलमानों को ज्ञात हुआ ...
क़ुरआने करीम इस्लाम के अलावा किसी अन्य धर्म को इस अर्थ मे मान्यता नही देता। जैसे कि क़ुरआने करीम के सूरए आलि इमरान की आयत न. 19 में वर्णन हुआ कि “इन्ना अद्दीना इन्दा अल्लाहि ...
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह अनसारीयान
हमने इस से पहले लेख मे इस बात का स्पष्टीकरण किया था कि बिस्मिल्लाह से आरम्भ करने का एक कारण यह है कि हजरत ...
अख़लाक़ उन सिफ़ात और अफ़आल को कहा जाता है जो इंसान की ज़िन्दगी में इस क़दर रच बस जाते हैं कि ग़ैर इरादी तौर पर भी ज़हूर पज़ीर होने लगते हैं।बहादुर फ़ितरी तौर पर मैदान की ...
माद्दी व मअनवी जज़ा हमारा अक़ीदह है कि क़ियामत में मिलने वाली जज़ा में माद्दी और मानवी दोनों पहलु पाये जाते है,और वह इस लिए कि मआद भी रूहानी और जिस्मानी है। क़ुरआने करीम की ...
स्लामी कैलेंडर में से इबादत के महीने रजब के चाँद के दिखाई देते ही ईरान और भारत सहित विश्व भर में खुशी का माहौल दिखाई देने लगा है और लोग एक दूसरे को इस मुबारक महीने के आने पर ...
2 मई वर्ष 1911 को भारतीय उपमहाद्वीप के प्रसिद्ध विद्वान रू सैयद अली बिलगिरामी का स्वर्गवास हुआ। वह 10 नवम्बर वर्ष 1851 को पटना में जन्मे थे। उन्होंने पटना विश्वविद्यालय से ...
ईश्वर का एक महत्वपूर्ण गुण ईश्वर होना है। ईश्वर की ईश्वरीयता के बारे बहुत कुछ कहा जा चुका है और बहुत कुछ कहा जा सकता है किंतु यहां पर हम यही स्पष्ट करना चाहेंगे कि अरबी भाषा ...
इमाम मूसा काजि़म (अ) के एक हक़ीक़ी शीया ‘‘सफ़वान‘‘ ने एक ज़ालिम को ‘‘सफ़रे हज‘‘ के लिए अपने ऊँट किराए पर दे दिए थे, एक रोज़ सफ़वान की मुलाक़ात इमाम मूसा काजि़म (अ) ...
लेखक: आयतुल्लाह हुसैन अनसारियान
किताब का नाम: तोबा आग़ोश
ऊपरी ब्राह्मांड के अंतरिक्ष और प्रकाश प्रदान करने द्वारा की गई सेवाओ, परिसंचरण, अवशोषण और आकर्षण, और मानव जीवन ...
परवरिश दो तरह की होती हैः1- जिस्मानी परवरिश 2- रूहानी-ज़ेहनी परवरिशजिस्मानी परवरिश में पालने-पोसने की बातें आती हैं।रूहानी-ज़ेहनी परवरिश में अख़लाक़ और ...