बिस्मिल्ला हिर्रहमा निर्रहीम
वह मक़ामात जो हजरत इमाम महदी अलैहिस्सलाम की तवज्जोह का मरकज़ रहे हैं उनमें से एक मस्जिदे जमकरान भी है। यह मस्जिद चूँकि जमकरान नामक गाँव के ...
इस्लामी संस्कृति व सभ्यता, मानव इतिहास की सबसे समृद्ध सभ्यताओं में से एक है। यद्यपि इस संस्कृति में, जो इस्लाम के उदय के साथ अस्तित्व में आई, बहुत अधिक उतार-चढ़ाव आए हैं ...
अहलेबैत (अ )न्यूज़ एजेंसी अबना :प्राप्त सूत्रों के अनुसार ईरान एवं इराक़ सहित समस्त विश्व में कर्बला के शहीदों की याद में शामे ग़रीबाँ की मजलिसों का सिलसिला जारी रहा । ...
यहां पर अपने प्रियः अध्ययन कर्ताओं के अध्ययन हेतू हज़रत इमाम तक़ी अलैहिस्सलाम के चालीस मार्ग दर्शक कथन प्रस्तुत किये जारहे है।1-मोमिन की तीन अवश्यक्ताऐंहज़रत इमाम तक़ी ...
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह अनसारीयान
हमने इस के पहले लेख मे इस बात का वर्णन किया कि यदि ध्यानपूर्वक एक मशीन का निर्माण किया जाए तो भी वह मशीन ...
आज पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेहिस्सलाम व सल्लम के एक पौत्र इमाम मूसा काज़िम अलैहिस्सलाम की शहादत का दिन है। इमाम मूसा काज़िम अलैहिस्सलाम २५ रजब १८३ हिजरी ...
क्या आप महान व सर्वसमर्थ ईश्वर से प्रेम करने वाले व्यक्तियों को पहचानते हैं? ईश्वर से प्रेम करने वालों का हृदय उसके प्रेम में डूबा होता है। वे लोगों की समस्याओं का समाधान ...
बहरैन की अलवेफ़ाक़ पार्टी के सचिव ने मांग की है कि बहरैन में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयुक्त का कार्यालय खोला जाए......
अहलेबैत समाचार एजेंसी अबना की रिपोर्ट के अनुसार ...
नाम व अलक़ब(उपाधियां)हज़रत इमाम तक़ी अलैहिस्सलाम का नाम मुहम्मद व आपकी मुख्य उपाधियाँ तक़ी व जवाद है।जन्म व जन्म स्थानहज़रत इमाम तक़ी अलैहिस्सलाम का जन्म सन् 195 हिजरी ...
क़ुरआने मजीद और माली इसलाहातइक़्तेसादी दुनिया में मालीयात की तन्ज़ीम के दो मरहले होते हैं। एक मरहला पैदावार का होता है और दूसरा सरवत की तक़सीम का और आम तौर से इक़्तेसादी ...
2 मई वर्ष 1911 को भारतीय उपमहाद्वीप के प्रसिद्ध विद्वान रू सैयद अली बिलगिरामी का स्वर्गवास हुआ। वह 10 नवम्बर वर्ष 1851 को पटना में जन्मे थे। उन्होंने पटना विश्वविद्यालय से ...
"वास्तविक इस्लाम करबला के आईने में" विषय पर गांधी भवन में लेक्चरइस्लाम आया ही है ज़ुल्म को मिटाने के लिए, अगर कोई नमाज़ें पढ़ने वाला, कोई रोज़े रखने वाला, कोई हज करने वाला ...
ज़हूर से पहले दुनिया की हालतप्रियः पाठकों ! हम ने इमामे ज़माना (अज्जल अल्लाहु तआला फरजहू शरीफ़) की ग़ैबत और उसके कारणों का उल्लेख किया है। हम ने बताया कि अल्लाह की वह ...
ख़ुदावन्दे आलम ने बज़्मे इंसानी के अंदर हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही वसल्लम से बेहतर किसी को ख़ल्क नहीं फरमाया। आप सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही वसल्लम ...
मनुष्य का भाग्य या क़िस्मत उन विषयों में से है जिनका सही चित्र बहुत कम लोगों के मन में होगा। भाग्य के बारे में बहुत से प्रश्न उठते हैं। सब से पहले तो यह कि भाग्य है क्या? ...
अरबी डिक्शनरीयों में शिया शब्द, किसी एक इंसान या कई इंसानों का किसी दूसरे की बात मानना, किसी की मदद व सपोर्ट करना, तथा कहने या करने में समन्वयन और हमाहंगी के मतलब में ...
क़ुरआने मजीद में अहकाम की आयतों के बीच कुछ ऐसी आयतें भी पाई जाती हैं जो नाज़िल होने के बाद पहले नाज़िल होने वाली अहकाम की आयतों की जगह ले लेती हैं जिन पर उस से पहले अमल होता ...
अकसर लोगों के दरमियान सवाल उठता है कि अगर अब्बासी खि़लाफ़त एक ग़ासिब हुकूमत थी तो आखि़र हमारे आठवें इमाम ने इस हुकूमत में मामून रशीद ख़लिफ़ा की वली अहदी या या उत्तरधिकारिता ...
ऑस्ट्रेलिया में इस्लामोफ़ोबिया पर आधारित घटनाओं के मद्देनजर जहां मुस्लिम औरतें डर की वजह से हिजाब हटाने पर मजबूर हो रही हैं वहीं कुछ मुस्लिम औरतें ऐसी भी हैं जिन्होंने ...
वह सब उलूम जो क़ुरआन को समझने के लिए प्रस्तावना के रूप में प्रयोग किये जाते हैं उनको उलूमे क़ुरआन कहा जाता है। दूसरे शब्दों में उलूमे क़ुरआन उलूम का एक ऐसा समूह है जिसका ...