इराक़ के बसरा शहर के लाखों लोग कर्बला की ओर रवाना होना शुरू हो गए हैं। इरना की रिपोर्ट के अनुसार पैग़म्बरे इस्लाम के परिजनों से प्रेम करने वाले बसरा के लाखों लोगों के ...
हमने उद्देश्य के निर्धारण एवं जीवन में उद्देश्यों को प्राथमिकता के आधार पर सूचीबद्ध करने के बारे में बात की थी। इस चरण के बाद, महत्वपूर्ण समय शुरू होता है यानी लक्ष्य के ...
2 मुहर्रमुल हराम सन 61 हिजरी दिन गुरूवार को इमाम हुसैन (अ) ने करबला मे प्रवेश किया नूरुलीन पेज 46 हैवातुल हैवान भाग 1 पेज 51 मतालिब सउल पेज 250, इरशादे मुफ़ीद, दमअतुस्साकेबा पेज ...
अल्लामा इब्ने शहर आशोब लिखते हैं कि एक दिन हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने अपने एक नौकर को किसी काम से बाज़ार भेजा। जब उस की वापसी में बहुत देर विलंब हुआ तो आप उस की तलाश में ...
म्यांमार में दशकों तक क्रूर सैन्य शासन के बाद रविवार को हुए चुनाव की मतगणना मंगलवार को भी जार है और विपक्ष की नेता आंग सान सू ची की पार्टी नेश्ल लीग फ़ॉर डेमोक्रेसी एनएलडी ...
بنی الاسلام علی خمس : الصلوة و الزکوة و الصوم و الحج و الولایة इमाम बाक़िर अ. फ़रमाते हैंः इस्लाम का आधार पाँच चीजों पर रखा गया है: नमाज़, ज़कात, रोज़ा, हज और विलायत।
नाम व अलक़ाब (उपाधियाँ) हज़रत इमाम अस्करी अलैहिस्सलाम का नाम हसन व आपकी मुख्य उपाधि अस्करी है।
जन्म व जन्म स्थान हज़रत इमाम अस्करी अलैहिस्सलाम का जन्म सन् 232 हिजरी क़मरी ...
अरबी भाषा में शफाअत के शब्द को आम तौर पर इस अर्थ में प्रयोग किया जाता हैं कि प्रतिष्ठित व्यक्ति, किसी सम्मानीय व बड़े आदमी से किसी अपराधी को क्षमा कर देने की अपील करे या किसी ...
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह अनसारियान
अथवा ऐसा व्यक्ति मिला जो कि लालची तथा सरलता से शहवत का आज्ञाकारी हो गया, अथवा ऐसा व्यक्ति जो धन को एकत्रित ...
आपके नज़दीक कसबे हलाल बेहतरीन सिफ़त थी। जिस पर आप खुद भी अमल पैरा थे। आप रोज़ी कमाने को ऐब नहीं समझते थे और मज़दूरी को बहुत ही अच्छी निगाह से देखते थे। मोहद्दिस देहलवी का ...
इतिहास ने हज़रत पैगम्बर के दस वर्षीय शासन के अन्तर्गत आपके 28 धर्म युद्धों तथा 35 से लेकर 90 तक की संख्या मे सरिय्यों का उल्लेख किया है। (पैगम्बर के जीवन मे सरिय्या उन युद्धों ...
अहलेबैत (अ )न्यूज़ एजेंसी अबना : प्राप्त सूत्रों के अनुसार इस्लामी राष्ट्र ईरान में रसूले खुदा हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा स. के निधन एवं इमाम हसन अलैहिस्सलाम की शहादत के ...
लेखक: आयतुल्लाह हुसैन अनसारियान
किताब का नाम: तोबा आग़ोशे रहमत
राग़िब इसफ़हानी अपनी किताब अलमुफ़रेदात मे कहते है (अस्लुश्शुकरे मिन ऐनिन शकरा)[1] शुक्र का मूल (रीशा) ऐने ...
इस चीज़ में कोई शक नहीं है, कि पृथ्वी के समस्त प्रकार मुसलमान प्रसिद्ध व पवित्र ग्रंथ कुरआनमजीद पर एक विशेष यक़ीन रख़ते है।बेसत शुरु होने से पहले विभिन्न क़ौम और दलो के ...
आज ज़िलहिज्जा महीने की १० तारीख है। आज इस्लामी जगत में बक़रीद मनाई जा रही है। बकरीद महान ईश्वर की इच्छा के समक्ष नतमस्तक होने की ईद है। बकरीद महान ईश्वर से सामिप्य का ...
इस सवाल का जवाब देने से पहले चंद उमूर का तजज़िया करना लाज़िम और ज़रुरी है ता कि मालूम हो जाये कि वह असबाब व एलल क्या थे कि जिन की वजह से इमाम हुसैन (अ) ने यज़ीद की बैअत को ठुकरा ...
खुदावंदे आलम अपनी किताब में कई जगह फ़रमाता है कि हर चीज़ का पैदा करने वाला ख़ुदा है। (सूर ए ज़ुमर आयत 65) जिस चीजॉ को शय या चीज़ कहा जाता है वह ख़ुदा के अलावा है। यही मज़मून ...
हज़रत ज़ैनब और कर्बला का युद्ध
क़ामूसुल लोग़त नामी पुस्कत में आया है कि ज़ैनब शब्द की अस्ल “ज़ैन अब” बताई गई है है। यानी अपने पिता का सम्मान और ज़ीनत, सारे इतिहासकारों ने ...
कर्बला वालों की शहादत और रसूले इस्लाम (स) के अहलेबैत (अ) को बंदी बनाये जाने के दौरान औरतों ने अपनी व़फादारी, त्याग व बलिदान द्वारा इस्लामी आंदोलन में वह रंग भरे हैं जिनकी ...
ईरान सहित पूरे विश्व में हज़रत अली अलैहिस्सलाम का शुभ जन्म दिवस पूरी श्रद्धा और आस्था से मनाया जा रहा है।इस्लामी गणतंत्र ईरान के सभी छोटे-बड़े शहरों में शुक्रवार की शाम से ...