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Monday 8th of July 2024
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इराक़, बसरा के लाखों श्रद्धालु, करबला की ओर रवाना

इराक़, बसरा के लाखों श्रद्धालु, करबला की ओर रवाना
इराक़ के बसरा शहर के लाखों लोग कर्बला की ओर रवाना होना शुरू हो गए हैं।   इरना की रिपोर्ट के अनुसार पैग़म्बरे इस्लाम के परिजनों से प्रेम करने वाले बसरा के लाखों लोगों के ...

आदर्श जीवन शैली-२

आदर्श जीवन शैली-२
  हमने उद्देश्य के निर्धारण एवं जीवन में उद्देश्यों को प्राथमिकता के आधार पर सूचीबद्ध करने के बारे में बात की थी। इस चरण के बाद, महत्वपूर्ण समय शुरू होता है यानी लक्ष्य के ...

करबला में प्रवेश

करबला में प्रवेश
2 मुहर्रमुल हराम सन 61 हिजरी दिन गुरूवार को इमाम हुसैन (अ) ने करबला मे प्रवेश किया नूरुलीन पेज 46 हैवातुल हैवान भाग 1 पेज 51 मतालिब सउल पेज 250, इरशादे मुफ़ीद, दमअतुस्साकेबा पेज ...

इमाम सादिक़ का अख़लाक़

इमाम सादिक़ का अख़लाक़
अल्लामा इब्ने शहर आशोब लिखते हैं कि एक दिन हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ (अ) ने अपने एक नौकर को किसी काम से बाज़ार भेजा। जब उस की वापसी में बहुत देर विलंब हुआ तो आप उस की तलाश में ...

म्यांमार की विपक्षी पार्टी प्रचंड बहुमत की ओर अग्रसर

म्यांमार की विपक्षी पार्टी प्रचंड बहुमत की ओर अग्रसर
म्यांमार में दशकों तक क्रूर सैन्य शासन के बाद रविवार को हुए चुनाव की मतगणना मंगलवार को भी जार है और विपक्ष की नेता आंग सान सू ची की पार्टी नेश्ल लीग फ़ॉर डेमोक्रेसी एनएलडी ...

इस्लाम का आधार किन चीज़ों पर है?

इस्लाम का आधार किन चीज़ों पर है?

بنی  الاسلام علی خمس : الصلوة و الزکوة و الصوم و الحج و الولایة
इमाम बाक़िर अ. फ़रमाते हैंः इस्लाम का आधार पाँच चीजों पर रखा गया है: नमाज़, ज़कात, रोज़ा, हज और विलायत।

इमामे हसन असकरी(अ)

इमामे हसन असकरी(अ)
नाम व अलक़ाब (उपाधियाँ) हज़रत इमाम अस्करी अलैहिस्सलाम का नाम हसन व आपकी मुख्य उपाधि अस्करी है। जन्म व जन्म स्थान हज़रत इमाम अस्करी अलैहिस्सलाम का जन्म सन् 232 हिजरी क़मरी ...

शफाअत का अर्थ

शफाअत का अर्थ
अरबी भाषा में शफाअत के शब्द को आम तौर पर इस अर्थ में प्रयोग किया जाता हैं कि प्रतिष्ठित व्यक्ति, किसी सम्मानीय व बड़े आदमी से किसी अपराधी को क्षमा कर देने की अपील करे या किसी ...

कुमैल के लिए ज़िक्र की हक़ीक़त 5

कुमैल के लिए ज़िक्र की हक़ीक़त 5
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन लेखकः आयतुल्लाह अनसारियान   अथवा ऐसा व्यक्ति मिला जो कि लालची तथा सरलता से शहवत का आज्ञाकारी हो गया, अथवा ऐसा व्यक्ति जो धन को एकत्रित ...

इमाम अली की निगाह मे कसबे हलाल की जद्दो जहद

इमाम अली की निगाह मे कसबे हलाल की जद्दो जहद
आपके नज़दीक कसबे हलाल बेहतरीन सिफ़त थी। जिस पर आप खुद भी अमल पैरा थे। आप रोज़ी कमाने को ऐब नहीं समझते थे और मज़दूरी को बहुत ही अच्छी निगाह से देखते थे। मोहद्दिस देहलवी का ...

जनाबे फातेमा ज़हरा का धर्म युद्धों मे योगदान

जनाबे फातेमा ज़हरा का धर्म युद्धों मे योगदान
इतिहास ने हज़रत पैगम्बर के दस वर्षीय शासन के अन्तर्गत आपके 28 धर्म युद्धों तथा 35 से लेकर 90 तक की संख्या मे सरिय्यों का उल्लेख किया है। (पैगम्बर के जीवन मे सरिय्या उन युद्धों ...

ईरान में रसूल स. और नवासए रसूल स. के ग़म में मजलिसें और जुलूस

ईरान में रसूल स. और नवासए रसूल स. के ग़म में मजलिसें और जुलूस
अहलेबैत (अ )न्यूज़ एजेंसी अबना :  प्राप्त सूत्रों के अनुसार इस्लामी राष्ट्र ईरान में रसूले खुदा हज़रत मोहम्मद मुस्तफ़ा स. के निधन एवं इमाम हसन अलैहिस्सलाम की शहादत के ...

नेमत पर शुक्र अदा करना 2

नेमत पर शुक्र अदा करना 2
लेखक: आयतुल्लाह हुसैन अनसारियान   किताब का नाम: तोबा आग़ोशे रहमत   राग़िब इसफ़हानी अपनी किताब अलमुफ़रेदात मे कहते है (अस्लुश्शुकरे मिन ऐनिन शकरा)[1] शुक्र का मूल (रीशा) ऐने ...

कुरआन मे परिवर्तन नहीं हुआ

कुरआन मे परिवर्तन नहीं हुआ
इस चीज़ में कोई शक नहीं है, कि पृथ्वी के समस्त प्रकार मुसलमान प्रसिद्ध व पवित्र ग्रंथ कुरआनमजीद पर एक विशेष यक़ीन रख़ते है।बेसत शुरु होने से पहले विभिन्न क़ौम और दलो के ...

ईदे कुरबान

ईदे कुरबान
  आज ज़िलहिज्जा महीने की १० तारीख है। आज इस्लामी जगत में बक़रीद मनाई जा रही है। बकरीद महान ईश्वर की इच्छा के समक्ष नतमस्तक होने की ईद है। बकरीद महान ईश्वर से सामिप्य का ...

इमाम हुसैन नें बैअत क्यों नहीं की

इमाम हुसैन नें बैअत क्यों नहीं की
इस सवाल का जवाब देने से पहले चंद उमूर का तजज़िया करना लाज़िम और ज़रुरी है ता कि मालूम हो जाये कि वह असबाब व एलल क्या थे कि जिन की वजह से इमाम हुसैन (अ) ने यज़ीद की बैअत को ठुकरा ...

क़ुरआन से क़ुरआन की तफ़सीर का नमूना

क़ुरआन से क़ुरआन की तफ़सीर का नमूना
खुदावंदे आलम अपनी किताब में कई जगह फ़रमाता है कि हर चीज़ का पैदा करने वाला ख़ुदा है। (सूर ए ज़ुमर आयत 65) जिस चीजॉ को शय या चीज़ कहा जाता है वह ख़ुदा के अलावा है। यही मज़मून ...

हज़रत ज़ैनब और कर्बला का युद्ध

हज़रत ज़ैनब और कर्बला का युद्ध
हज़रत ज़ैनब और कर्बला का युद्ध क़ामूसुल लोग़त नामी पुस्कत में आया है कि ज़ैनब शब्द की अस्ल “ज़ैन अब” बताई गई है है। यानी अपने पिता का सम्मान और ज़ीनत, सारे इतिहासकारों ने ...

आशूरा के पैग़ाम को फैलाने में महिलाओं की भूमिका

आशूरा के पैग़ाम को फैलाने में महिलाओं की भूमिका
  कर्बला वालों की शहादत और रसूले इस्लाम (स) के अहलेबैत (अ) को बंदी बनाये जाने के दौरान औरतों ने अपनी व़फादारी, त्याग व बलिदान द्वारा इस्लामी आंदोलन में वह रंग भरे हैं जिनकी ...

हज़रत अली के जन्म दिवस पर अनेक भव्य आयोजन

हज़रत अली के जन्म दिवस पर अनेक भव्य आयोजन
ईरान सहित पूरे विश्व में हज़रत अली अलैहिस्सलाम का शुभ जन्म दिवस पूरी श्रद्धा और आस्था से मनाया जा रहा है।इस्लामी गणतंत्र ईरान के सभी छोटे-बड़े शहरों में शुक्रवार की शाम से ...