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Wednesday 27th of November 2024
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इस्लाम का आधार किन चीज़ों पर है?

इस्लाम का आधार किन चीज़ों पर है?

بنی  الاسلام علی خمس : الصلوة و الزکوة و الصوم و الحج و الولایة
इमाम बाक़िर अ. फ़रमाते हैंः इस्लाम का आधार पाँच चीजों पर रखा गया है: नमाज़, ज़कात, रोज़ा, हज और विलायत।

भारत सहित पूरी दुनिया में ईदे मीलादुन्नबी (स) और एकता सप्ताह का आरम्भ।

भारत सहित पूरी दुनिया में ईदे मीलादुन्नबी (स) और एकता सप्ताह का आरम्भ।
अबनाः भारत और ईरान सहित पूरी दुनिया में ईदे मीलादुन्नबी (स) का जश्न और एकता सप्ताह बड़ी शान के साथ मनाया जा रहा है।12 रबीउल अव्वल की मुबारक तारीख के हिसाब से ईरान के विभिन्न ...

वाकेआ ऐ हुर्रा

वाकेआ ऐ हुर्रा
ये वाकिआ 63 हिजरी के ज़िलहिज्जा के महीने मे पेश आया (1)और वाकेआ ऐ हुर्रा के नाम से मशहूर हुआ।(2) करबला के खूनी वाकेऐ के बाद लोग यज़ीद की खबासत और बेदीनी को जान गऐ थे इसलिऐ लोगो ...

रोज़ा और रमज़ान का मुबारक महीना

रोज़ा और रमज़ान का मुबारक महीना
क़ुरआने मजीद के सूरए बक़रह की आयत नंबर १८३ में कहा गया हैः हे ईमान लाने वालो, रोज़ा तुम पर वाजिब कर दिया गया है जैसाकि तुम से पहले वालों के लिए अनिवार्य किया गया था ताकि तुम ...

कुमैल का स्वर्गवास

कुमैल का स्वर्गवास
कुमैल महान एवं माननीय चरित्र की योग्यता के कारण हज्जाज पुत्र युसुफ़े सक़फ़ि के हाथो शहीद हुए, ऐसी शहादत कि जिसकी सूचना से उसके प्रमी अली (अ.स.) ने उसे सूचित किया था। अमवी ...

कुमैल का शासन

कुमैल का शासन
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन लेखकः आयतुल्लाह अनसारियान   कुमैल अमीरूल मोमेनीन (अ.स.) की ओर से फ़रात नदि के तट पर स्थित हैयत शहर के राज्यपाल थे, परन्तु वह अपने कर्तव्य ...

तरकीबे नमाज़

तरकीबे नमाज़
अक़ामत के बाद सीधा खड़ा हो क़िब्ला की तरफ़ मुंह करके और इस तरह नियत करें नमाज़ पढ़ता हूँ मैं (जैसे) सुबह की दो रकअत वाजिब क़ुर्बतन इलल्लाह इसके साथ ही तकबीर कहें यानी ...

अरफ़ा, दुआ, इबादत और अल्लाह के नज़दीक होने का दिन।

अरफ़ा, दुआ, इबादत और अल्लाह के नज़दीक होने का दिन।
अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना: दुआ इबादत की रूह है। जो इबादत दुआ के साथ होती है वह प्रेम और परिज्ञान को उपहार स्वरूप लाती है। दुआ ऐसी आत्मिक स्थिति है कि जो इंसान और उसके ...

ईश्वरीय वाणी-4

ईश्वरीय वाणी-4
पवित्र क़ुरआन के सूरए आले इमरान में आया है कि अलिफ़ लाम मीम, अल्लाह जिसके अतिरिक्त कोई ईश्वर नहीं है और वह सदैव जीवित है और हर वस्तु उसी की कृपा से स्थापित है। उसने आप पर वह ...

अमीरूल मोमिनीन हज़रत अली (अ) का जन्मदिवस

अमीरूल मोमिनीन हज़रत अली (अ) का जन्मदिवस
हज़रत अली अलैहिस्लाम की दृष्टि में मनुष्य उच्च स्थान और मान व सम्मान का स्वामी होता है और उसे अपने साथ ऐसा व्यवहार नहीं करना चाहिए जिससे उसके मानवीय स्थान को क्षति ...

अशीष समाप्ती के कारण 2

अशीष समाप्ती के कारण 2
लेखक: आयतुल्लाह हुसैन अनसारियान किताब का नाम: पश्चताप दया की आलंगन इसी विषय मे कुच्छ बाते बताई थी बाकी बाते आपके सामने है। ईश्वरीय मार्ग मे ख़ुम्स[1], ज़कात[2], सदक़ा[3] और दान ...

मुसलमानों की एकता क़ुद्स को आज़ाद करा सकती है

मुसलमानों की एकता क़ुद्स को आज़ाद करा सकती है
स की राजधानी मास्को में फ़िलिस्तीन के संबंध में एक अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेन्स आयोजित हुई जिसमें भाग लेने वालों ने कहा है कि विश्व के मुसलमानों की एकता और समस्त स्वतंत्रता ...

इराक़, बसरा के लाखों श्रद्धालु, करबला की ओर रवाना

इराक़, बसरा के लाखों श्रद्धालु, करबला की ओर रवाना
इराक़ के बसरा शहर के लाखों लोग कर्बला की ओर रवाना होना शुरू हो गए हैं।   इरना की रिपोर्ट के अनुसार पैग़म्बरे इस्लाम के परिजनों से प्रेम करने वाले बसरा के लाखों लोगों के ...

ब्रह्मांड 8

ब्रह्मांड 8
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन लेखकः आयतुल्लाह अनसारीयान   इस के पूर्व लेख मे हमने इस बात का स्पष्टीकरण करने का प्रयत्न किया कि ! यह संसार इतना ही बड़ा है जितना एक ...

इमाम हसन (अ) के दान देने और क्षमा करने की कहानी।

इमाम हसन (अ) के दान देने और क्षमा करने की कहानी।
एक दिन इमाम हसन (अ) घोड़े पर सवार कहीं जा रहे थे कि शाम अर्थात मौजूदा सीरिया का रहने वाला एक इंसान रास्ते में मिला। उस आदमी ने इमाम हसन को बुरा भला कहा और गाली देना शुरू कर ...

हज़रत अब्बास अलैहिस्सलाम

हज़रत अब्बास अलैहिस्सलाम
आशूरा अर्थात दस मुहर्रम के दिन हज़रत अब्बास ने अपने भाइयों को संबोधित करते हुए कहा था कि आज वह दिन है जब हमें स्वर्ग का चयन करना है और अपने प्राणों को अपने सरदार व इमाम पर ...

मुहाफ़िज़ इमामत हज़रत जै़नबे कुबरा सलामुल्लाह अलैहा

मुहाफ़िज़ इमामत हज़रत जै़नबे कुबरा सलामुल्लाह अलैहा
इमाम यानी ज़मीन पर ख़ुदा का ख़लीफ़ा, सारे मौजूदात की हयात और पूरी कायनात का सुकून वुजूदे इमाम से बर क़रार है। वह ज़ैनब (स) जो ख़ानदाने इमामत में पली हो और मकतबे अली (अ) में ...

इमाम अली नक़ी अ.स. के दौर के राजनीतिक हालात।

इमाम अली नक़ी अ.स. के दौर के राजनीतिक हालात।
इमाम अली नक़ी अ. ने अपनी इमामत के 7 साल मोतसिम अब्बासी के दौर में गुज़ारे, इन वर्षों में इमाम की हर गतिविधि पर हुकूमत के जासूसों कि निगाहें थीं, और आपके पास आने जाने वाले लोगों ...

इमाम रज़ा अ.स. ने मामून की वली अहदी क्युं क़ुबूल की?

इमाम रज़ा अ.स. ने मामून की वली अहदी क्युं क़ुबूल की?
अकसर लोगों के दरमियान सवाल उठता है कि अगर अब्बासी खि़लाफ़त एक ग़ासिब हुकूमत थी तो आखि़र हमारे आठवें इमाम ने इस हुकूमत में मामून रशीद ख़लिफ़ा की वली अहदी या या उत्तरधिकारिता ...

अली(अ) का इल्म

अली(अ) का इल्म
अंबिया और आईम्मा अलैहिमुस सलाम के इल्म के बारे में लोगों के मुख़्तलिफ़ नज़रियात हैं, कुछ मोअतक़िद हैं कि उन का इल्म महदूद था और शरई मसायल के अलावा दूसरे उमूर उन के हीता ए ...