आज पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल्लाहो अलैहि व आलेहिस्सलाम व सल्लम के एक पौत्र इमाम मूसा काज़िम अलैहिस्सलाम की शहादत का दिन है। इमाम मूसा काज़िम अलैहिस्सलाम २५ रजब १८३ हिजरी ...
किताब कामिलुज़ ज़ियारत (शियों की एक मोतबर किताब) में ज़िक्र हुआ है कि जो लोग भी इमाम हुसैन (अ) के क़त्ल में शरीक थे, इन तीन बीमारियों में से एक में ज़रूर फँसेंगें, दीवानगी, बर्स ...
अबना: उन्नीसवी रात यह शबे क़द्र की पहली रात है और शबे क़द्र के बारे में कहा गया है कि यह वह रात है जो पूरे साल की रातों से अधिक महत्व और फ़ज़ीलत रखती है, और इसमें किया गया अमल ...
जनाबे उम्मुल बनीन हज़रत अब्बास अ.स की माँ थीं कि जो कूफ़ा या उसके आस पास के इलाक़े मे पैदा हुईं। असली नाम आप का असली नाम फ़ातिमा-ए-कलाबिया था। माता पिता जनाबे उम्मुल ...
इमाम सादिक अलैहिस्सलाम''मोमिन का शरफ नमाज़े शब और उसकी इज़्ज़त लोगो का तहफ्फुज़ (हिफाज़त) करना है। इमाम सादिक अलैहिस्सलामगाने से निफाक (मुनाफिकत) और ग़ुरबत पैदा होती ...
शैख़ हसन शहाता जिनको वहाबियों ने निर्मम हत्या करके शहीद कर दिया मिस्र के एक प्रसिद्ध शिया धर्मगुरू थे जिनके वकतव्य में मिस्र के अधिकतर लोग एकत्र होते थे क्योंकि आप अपने ...
इमाम जाफ़रे सादिक़ अलैहिस्सलाम फ़रमाते हैंः सबसे अच्छी चीज़ जो बाप अपने बेटों के लिए मीरास के रूप में छोड़ता है वह शिष्टाचार है न कि माल-दौलत, क्योंकि माल-दौलत चला जाता है ...
हमारे समाज में बहुत से लोग उसूले दीन पर ईमान रखते हैं और फ़ुरु ए दीन पर अमल करते हैं लेकिन उन में कुछ क्योकि हमारे बाप दादा ने कहा है कि ख़ुदा एक है, आदिल है, हज़रत मुहम्मद (स) ...
लेखक: आयतुल्लाह हुसैन अनसारियान
किताब का नाम: शरहे दुआ ए कुमैल
हमने इस से पूर्व गुरुवार रात्रि 2 के लेख मे याक़ूब नबी से संम्बंधित बात बताइ थी परन्तु इस भाग 3 मे गुरुवार ...
अक़्ल और अख़लाक पैग़म्बरे इस्लाम (स.) ने फ़रमायाः احسنكم عقلا احسنكم خلقا तुम में सबसे ज़्यादा अक़्लमंद वह है जो तुम में सबसे ज़्यादा खुश अख़लाक़ है। अक़्ल व खुश अखलाक़ी और इन ...
कुछ ख़ास मोअतबर किताबों में दुआए जौशन सग़ीर का ज़िक्र जौशन कबीर से ज़्यादा शरह के साथ आया है. कफ़'अमी ने किताब "बलदुल अमीन" के हाशिये में फ़रमाया है कीयह बहु बुलंद मर्तबा और बड़ी ...
बदकारी की सुरक्षा के लिये इस्लाम ने दो तरह के इंतेज़ामात किये हैं: एक तरफ़ इस रिश्ते की ज़रूरत और अहमियत और उसकी सानवी शक्ल की तरफ़ इशारा किया है तो दूसरी तरफ़ उन तमाम ...
आपके वालिद हज़रत अब्दुल्लाह इब्ने अब्दुल मुत्तलिब हैं। हज़रत अब्दुल्लाह वह इंसान हैं जो खानदानी शराफ़त के एतेबार से दुनिया भर में मुमताज़ हैं। हज़रत अब्दुल्लाह के ...
बचपन में बारहा देखा है कि अगर फ़क़ीर दरवाज़े पर आजाता तो खाने का सवाल करना न भूलता और घर वाले भी फ़राख़ दिली से फ़क़ीर के लिए खाना भेज देते, वह बेचारा इतना भूका होता कि दिया ...
क़ासिम इमाम हसन बिन अली (अ) के बेटे थे और आप की माता का नाम “नरगिस” था मक़तल की पुस्तकों ने लिखा है कि आप एक सुंदर और ख़ूबसरत चेहरे वाले नौजवान थे और आपका चेहरा चंद्रमा की ...
इस्लाम में नारी के विषय पर अध्धयन करने से पहले इस बात पर तवज्जो करना चाहिये कि इस्लाम ने इन बातों को उस समय पेश किया जब बाप अपनी बेटी को ज़िन्दा दफ़्न कर देता था और उस कुर्रता ...
नाम व अलक़ाब (उपाधियाँ) : अल-मुज्तबा, अबू मोहम्मद (1)माता पिता : हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम तथा आपकी माता हज़रत फ़ातिमा ज़हरा ...
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह अनसारीयान
4. अनूठे एवं हदीस शास्त्र से अवगत विद्वान हजरत मजलिसी का विचार है कि कुमैल की प्रार्थना सर्वश्रेष्ठ ...
पवित्र क़ुरआन के एक सूरे का नाम निसा है जिसका अर्थ होता है महिलाएं। इस सूरे के इस नामंकन का एक कारण यह है कि इसमें महिलाओं के अधिकारों और उनसे संबंधित मामलों का उल्लेख ...
यहाँ पर अपने प्रियः अध्ययन कर्ताओं के लिए हज़रत इमाम नक़ी अलैहिस्सलाम के कुछ मार्ग दर्शक कथन प्रस्सतुत किये जारहे हैं।
1- सुरक्षित रहो
हज़रत इमाम नक़ी अलैहिस्सलाम ने कहा ...