एकेश्वरवाद और प्रलय उन विषयों में से है जिसका वर्णन पवित्र क़ुरआन के सूरे यासिन में आया है। एकेश्वरवाद के विषय का उल्लेख बहुत ही सुन्दर ढंग से इस सूरे की ३३ से ३६ तक की ...
१. मेरा वुजूद (अस्तित्व) ग़ैबत में भी लोगों के लिए ऐसा ही मुफ़ीद (लाभकारी) है जैसे आफ़ताब (सूर्य) बादलों के ओट (पीछे) से।२. मैं ही महदी हूँ मैं ही क़ायमे ज़माना हूँ।३. मैं ज़मीन ...
पवित्र क़ुरआन का महत्व, पैग़म्बरे इस्लाम, पैग़म्बरों के विरोधियों के कार्य, एकेश्वरवाद के कुछ प्रमाण, अनेकेश्वरवाद से संघर्ष,महान ईश्वर के प्रति अशोभनीय बातों का इंकार, ...
नाम व अलक़ाब (उपाधियाँ)
आपका नाम मुहम्मद इब्ने अब्दुल्लाह व आपके अलक़ाब मुस्तफ़ा, अमीन, सादिक़,इत्यादि हैं।
माता पिता
हज़रत पैगम्बर के पिता का नाम अब्दुल्लाह था जो ...
ख़ानदाने नुबुव्वत का यह चाँद अगर एक तरफ़ आबाई फ़ज़ायल व कमालात का मालिक होने की बेना पर फ़ख्रे अरब है तो दूसरी तरफ़ माँ की अज़मत व जलालत की बेना पर अजम के जाह व हशम का मालिक ...
हज़रत फ़ातिमा ज़हरा स. की फ़ज़ीलत व मरतबे को बयान करना इन्सान के बस में नहीं है। अगर कोई उनके मरतबे को देखना चाहता है तो उसे देखना चाहिए कि ख़ुदा और उसके रसूल की नज़र में आपका ...
वह सब उलूम जो क़ुरआन को समझने के लिए प्रस्तावना के रूप में प्रयोग किये जाते हैं उनको उलूमे क़ुरआन कहा जाता है। दूसरे शब्दों में उलूमे क़ुरआन उलूम का एक ऐसा समूह है जिसका ...
रमज़ान के अनुकंपाओं और प्रकाश से भरे हुए दिनों में हम ईश्वरीय दरबार में गिड़गिडा के दुआ करते हैं कि हम सभी को इस ईश्वरीय मेहमानी के महीने में अधिक से अधिक ईश्वर की उपासना और ...
ख़ुदावन्दे आलम ने बज़्मे इंसानी के अंदर हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही वसल्लम से बेहतर किसी को ख़ल्क नहीं फरमाया। आप सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही वसल्लम ...
माहे रजब की दुआऐं रजब के पहले दिन और रात की मख्सूस दुआ 1) हज़ूरे अकरम (स:अ:व:व) की सीरत थी की जब रजब का चाँद देखते थे तो यह दुआ पढ़ते थे: اَللّٰھُمَّ بَارِکْ لَنٰا فِی رَجَبٍ وَ شَعْبانَ وَ ...
पुस्तक का नामः कुमैल की प्रार्थना का वर्णन
लेखकः आयतुल्ला अनसारियान
इस लेख से पूर्व लेख मे हमने इस बात का स्पष्टीकरण कि एक पापी ने अपने अतीत पर नज़र डाली तो उसने देखा कि ...
वह रंज और ज़हमते जो सालिके मोमिन अहयाए दीने ख़ुदा और मकतबे अहले बैत अलैहिमुस्सलाम में बर्दाश्त करता है इस से उसके अन्दर जहाँ ज़रफ़ियत का इज़ाफ़ा होता है वहीँ दुनिया से ...
2.255: ख़ुदा ही वो ज़ाते पाक है कि उसके सिवा कोई माबूद नहीं (वह) ज़िन्दा है (और) सारे जहान का संभालने वाला है उसको न ऊँघ आती है न नींद जो कुछ आसमानो में है और जो कुछ ज़मीन में है (गरज़ सब ...
मोहर्रम का दुःखद महीना फिर आ गया। लोग मोहर्रम मनाने की तैयारी करने लगे हैं। मोहर्रम आने पर बहुत से लोग यह सोचने लगते हैं कि आखिर क्या वजह है कि १४ शताब्दियां बीत जाने के ...
वास्तव में हम मुसलमानों को क्या हो गया है?। बहुत आश्चर्य की बात है कि हम सारे मुसलमान एक अल्लाह की इबादत करते हैं, एक पैग़म्बर को मानते हैं, एक ही किताब पर ईमान रखते हैं तथा ...
आज समाज में महिलाओं के योग्य व उचित स्थान का निर्धारण एक आधार भूत विषय में परिवर्तित हो गया है। बड़े सौभाग्य की बात की है कि वर्ष १९७९ में सफल होने वाली ईरान की इस्लामी ...
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह अनसारीयान
सूफ़ी आशिक़ और सूफ़ी मनुष्यो ने कुमैल की प्रार्थना को परिभाषित करते हुए दूसरी सभी प्रार्थनओ के बीच कुमैल ...
वाक़ेया ए करबला रज़्म व बज़्म, सोज़ व गुदाज़ के तास्सुरात का मजमूआ नही, बल्कि इंसानी कमालात के जितने पहलु हो सकते हैं और नफ़सानी इम्तियाज़ात के जो भी असरार मुमकिन हैं उन सब ...
हज़रत इमाम महदी अलैहिस्सलाम का नामे नामी तमाम आसमानी किताबों तौरैत, ज़बूर, इन्जील में मौजूद है। क़ुरआने करीम की कई आयात में आपके बारे में तफ़्सीर व तावील की गई है। ...
पुस्तक का नामः कुमैल की प्रार्थना का वर्णन
लेखकः आयतुल्ला हुसैन अंसारीयान
जिस सूर्य के कारण अधिकांश शक्ति प्राप्त होती है यह कुल्लो शैइन का एक छोटा सा नमूना है।
सूर्य ...