आज जब कि इमाम हुसैन (अ) की ज़ियारत की हर तरफ़ धूम है जिसको देखो वहीं आपकी ज़ियारत के लिये दुनिया के कोने कोने से चला जा रहा है तो इस समय कुछ इस्लाम के दुश्मन और हुसैनियत से दूर ...
जनाबे उम्मुल बनीन हज़रत अब्बास अ.स की माँ थीं कि जो कूफ़ा या उसके आस पास के इलाक़े मे पैदा हुईं। असली नाम आप का असली नाम फ़ातिमा-ए-कलाबिया था। माता पिता जनाबे उम्मुल ...
हज़रत फ़तिमा स्त्रीयों को क़ुरआन व धार्मिक निर्देशों की शिक्षा देती व उनको उनके कर्तव्यों के प्रति सजग करती रहती थीं। आप की मुख्यः शिष्या का नाम फ़िज़्ज़ा था जो गृह ...
आप का इस्मे मुबारक फ़ातिमा है! आप का मशहूर लक़ब "मासूमा" है! आप के पिता शियों के सातवें इमाम हज़रत मूसा इब्न जाफ़र (अ:स) हैं और आप की माता हज़रत नजमा ख़ातून हैं, और यही महान स्त्री ...
नाम व अलक़ाब (उपाधियाँ)आपका नाम मुहम्मद इब्ने अब्दुल्लाह व आपके अलक़ाब मुस्तफ़ा, अमीन, सादिक़,इत्यादि हैं। माता पिताहज़रत पैगम्बर के पिता का नाम अब्दुल्लाह था जो ;हज़रत ...
वाज़ेह रहना चाहिये के जिस तरह क़ुरआन आम किताबों की तरह की किताब नही है। इसी तरह आम दसातीर (क़ानूनों) की तरह का दस्तूर (क़ानून) भी नही है।दस्तूर (क़ानून) का मौजूदा तसव्वुर ...
मनुष्य सहित हर जीवित प्राणी अपनी आधार भूत आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए प्रयास करता है क्योंकि उसकी आवश्यकताओं के पूरा न होने की स्थिति में चाहे वे आवश्यकताएं भौतिक हों या ...
(शरियते इस्लाम में) रोज़े से मुराद है यह है कि इँसान ख़ुदावन्दे आलम की रज़ा के लिए अज़ाने सुबह से मग़रिब तक उन नौ चीज़ों से परहेज़ करे जिन का ज़िक्र बाद में किया ...
जो व्यक्ति शिक्षा प्राप्ति हेतु एक घंटे के अपमान को सहन नहीं करेगा वह सदैव अज्ञानता के अपमान में ग्रस्त रहेगा।हमारा चाहने वाला वो हैं जो हमारा अनुसरण करे हमारे पदविन्हों ...
पुस्तक का नामः कुमैल की प्रार्थना का वर्णन
लेखकः आयतुल्ला अनसारियान
इस लेख से पहले इस बात का स्पष्टीकरण किया गया कि एक रिवायत मे है ईश्वर विश्वासीयो को एक स्थान पर ...
लेखक: आयतुल्लाह हुसैन अनसारियान
किताब का नाम: शरहे दुआ ए कुमैल
इस से पूर्व लेख मे मालिक पुत्र अशतर की वीरता और मृत्यु से सम्बंधित बताया था।
इसके पश्चात कहाः
إِنَّا لِلّہِ وَ ...
सऊदी अरब के समाचार पत्र ओकाज़ का कहना है कि हज के दौरान ईरानी हाजियों द्वारा सामूहिक रूप से दुआए कुमैल पढ़ना एक ख़तरनाक क़दम है और यह सऊदी अरब की सुरक्षा के लिए एक चुनौती ...
१. ग़ाफ़िल तरीन (बेपरवाह) शख़्स वह है जो ज़माने (समय) की गर्दिश और हादसात से इबरत हासिल न करे। २. जो शख़्स बद अख़लाक़ है (गोया) उसने अपने एक दाएमी (सदैव) अज़ाब में मुबतला कर रखा ...
सर्वसमर्थ व महान ईश्वर कहता है कि मेरे बंदों के लिए सर्वोत्तम उपासना यह है कि वे मेरी दया, कृपा और भलाई की आशा लगाये रहें और मेरे बारे में अच्छा विचार रखें। इस स्थिति में ...
२० सफर सन् ६१ हिजरी कमरी, वह दिन है जिस दिन हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और उनके वफादार साथियों को कर्बला में शहीद हुए चालिस दिन हुआ था। पूरी सृष्टि चालिस दिन से हज़रत इमाम ...
नाम व अलक़ाब (उपाधियाँ)इमामे सज्जाद अलैहिस्सलाम का नाम अली व आपकी मुख्य उपाधि सज्जाद हैं। माता पिताआपके पिता हज़रत इमामे हुसैन अलैहिस्सलाम व आपकी माता हज़रते शहरबानो ...
बहरैन के १४ फ़रवरी के क्रांतिकारी गठबंधन की मांग पर आज व्यापक स्तर पर देशव्यापी प्रदर्शन किये जा रहे हैं। यह एसी स्थिति में है कि जब पिछले कुछ दिनों के दौरान बहरैन वासियों ...
इस्लाम की फ़तह हुई और मिटने से महफ़ूज़ रहा क्योकि मंसबे इलाही पर ख़ुद ग़ासिब ख़ुद साख़्ता अमीरुल मोमिनीन यज़ीद ने अपने शैतानी करतूतों से इस्लाम के नाम पर इस्लाम को इतना ...
इमाम काज़िम अलैहिस्सलाम के ज़माने मे नेशापुर के शियो ने मौहम्मद बिन अली नेशापुरी नामी शख़्स कि जो अबुजाफर खुरासानी के नाम से मशहूर था, को कुछ शरई रकम और तोहफे साँतवे इमाम ...