मुनाक़िब इब्ने शहर आशोब में है कि जनाबे ख़दीजा के साथ जब आं हज़रत (स.अ.व.व) की शादी हुई तो आप बाकरह थीं। यह तसलीम शुदा अमर है कि क़ासिम अब्दुल्ला यानी तैय्यब व ताहिर और फातेमा ...
हज़रत जौन का दफ़्न किया जानासोमवार बीस मोहर्रम सल 61 हिजरीआशूर के दस दिन के बाद बनी असद के कुछ लोगों ने हज़रत अबूज़र ग़फ़्फ़ारी के दास हज़रत जौन के पवित्र शरीर को देखा इस ...
दुआए कुमैलकुमैल इब्ने ज़ियाद नाखे, अमीरुल मुमेनीन इमाम अली (अस) इब्ने अबी तालिब के एक विश्वासपात्र सहाबियों में से थे! यह दुआ पहली बार उन्हों ने हजरत अली (अस) से उनकी खूबसूरत ...
अंबिया और आईम्मा अलैहिमुस सलाम के इल्म के बारे में लोगों के मुख़्तलिफ़ नज़रियात हैं, कुछ मोअतक़िद हैं कि उन का इल्म महदूद था और शरई मसायल के अलावा दूसरे उमूर उन के हीता ए ...
नाम व अलक़ाब (उपाधियाँ)हज़रत इमाम अस्करी अलैहिस्सलाम का नाम हसन व आपकी मुख्य उपाधि अस्करी है।जन्म व जन्म स्थानहज़रत इमाम अस्करी अलैहिस्सलाम का जन्म सन् 232 हिजरी क़मरी मे ...
कर्बला में जिन नेक और अच्छे इंसानों ने सही और कामयाब रास्ते को अपनाया और अपने ज़माने के इमाम के नेतृत्व में बुरे लोगों के मुक़ाबले, अपनी ख़ुशी के साथ जंग की और शहीद हुए ...
लेखक: आयतुल्लाह हुसैन अनसारियान
किताब का नाम: पश्चताप दया की आलंगन
मैने कंजूसी की अवगुणता एंव शेष अशीष को हकदार को प्रदान नाकरने को एक अशिक्षित कृषक व्यक्ति से ग्रहण ...
इस पवित्र महीने के अंतिम दिनों का एक विशेष स्थान है और इस संबंध में पैग़म्बरे इस्लाम (स) और उनके परिजनों ने विशेष दुआओं का उल्लेख किया है। पैग़म्बरे इस्लाम ने फ़रमाया है, ...
पवित्र क़ुरआन के चौदहवें सूरे का नाम इब्राहीम है जिसमें 52 आयतें हैं। इस सूरे की 28वीं और 29वीं आयतें को छोड़कर इसकी सभी आयतें मक्के में उतरी हैं। इसका कारण यह है कि इस सूरे में ...
जिस तरह से ईश्वरीय धर्म इस्लाम ने मनुष्य के आत्मिक और आध्यात्मिक आदि पहलुओं पर भरपूर ध्यान दिया है, हज में इस व्यापकता को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है
जिस तरह से ईश्वरीय ...
मुफ़ज़्ज़ल बिन क़ैस ज़िन्दगी की दुशवारी से दो चार थे और फ़क्र व तंगदस्ती कर्ज़ और ज़िन्दगी के अख़राजात से बहुत परेशान थ। एक दिन हज़रत इमाम जाफ़रे सादिक अलैहिस्सलाम की ...
पवित्र क़ुरआन एक अमर चमत्कार है। ईश्वर ने इसे पैग़म्बरे इस्लाम हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहो अलैहे वआलेही वसल्लम को प्रदान किया है। इसने हृदयों को आकर्षित एवं ...
तहारत
يا ايها الذين امنوا كلوا من طيبات ما رزقناكم
ऐ मोमिनों हमारे दिये हुए पाक रिज़्क़ को खाओ।(बक़रह 172)
وَلاَ تَقْرَبُوهُنَّ حَتَّىَ يَطْهُرْنَ
औरतों से उस वक़्त नज़दीकी न करो जब तक वह हैज़ से पाक ...
ये वाकिआ 63 हिजरी के ज़िलहिज्जा के महीने मे पेश आया (1)और वाकेआ ऐ हुर्रा के नाम से मशहूर हुआ।(2) करबला के खूनी वाकेऐ के बाद लोग यज़ीद की खबासत और बेदीनी को जान गऐ थे इसलिऐ लोगो ...
अंतरराष्ट्रीय टीम: तुर्की और अल्जीरिया के न्यायाधीशों ने सातवें अंतर्राष्ट्रीय कुरान टूर्नामेंट पुरस्कार कुवैत में ईरानी क़ारी की तिलावत को जबरदस्त और बहुत प्रभावी ...
अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना: हज़रत मासूमा स. (अ) शियों के सातवें इमाम मूसा काज़िम (अ) की बेटी हैं, उनकी माँ हज़रत नजमा ख़ातून हैं, हज़रत मासूमा स. (अ) पहली ज़ीकाद 173 हिजरी में मदीना ...
यहां पर अपने प्रियः अध्ययन कर्ताओं के अध्ययन हेतू हज़रत इमाम तक़ी अलैहिस्सलाम के चालीस मार्ग दर्शक कथन प्रस्तुत किये जारहे है।1-मोमिन की तीन अवश्यक्ताऐंहज़रत इमाम तक़ी ...
ईश्वरीय संदेश वही के उतरने की ज़मीन मक्का पर इस समय ईश्वरीय प्रेम में डूबे हुए लोग बहुत बड़ी संख्यामें उपस्थत हैं।..
ईश्वरीय संदेश वही के उतरने की ज़मीन मक्का पर इस समय ...