सैय्यद ताजदार हुसैन ज़ैदी
जौन बिन हुवैइ बिन क़तादा बिन आअवर बिन साअदा बिन औफ़ बिन कअब बिन हवी (1), कर्बला के बूढ़े शहीदों मे से थे। आप अबूज़र ग़फ़्फ़ारी और इमाम हुसैन (अ) के ...
कत्ले हुसैन असल में मर्गे यज़ीद है, इस्लाम ज़िन्दा होता है हर कर्बला के बाद...
इस्लामी कैलेंडर यानि हिजरी सन् का पहला महीना मुहर्रम है. हिजरी सन् का आगाज़ इसी महीने से होता ...
तौहीद का अक़ीदा सिर्फ़ मुसलमानों के ज़हन व फ़िक्र पर असर अंदाज़ नही होता बल्कि यह अक़ीदा उसके तमाम हालात शरायत और पहलुओं पर असर डालता है। ख़ुदा कौन है? कैसा है? और उसकी ...
पर हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स.) की वह अहादीस (प्रवचन) जो एक इश्वरवाद, धर्मज्ञान व लज्जा आदि के संदेशो पर आधारित हैं उनमे से मात्र चालिस कथनो का चुनाव करके अपने प्रियः अध्ययन ...
१. ग़ाफ़िल तरीन (बेपरवाह) शख़्स वह है जो ज़माने (समय) की गर्दिश और हादसात से इबरत हासिल न करे। २. जो शख़्स बद अख़लाक़ है (गोया) उसने अपने एक दाएमी (सदैव) अज़ाब में मुबतला कर रखा ...
पुस्तकः कुमैल की प्रार्थना का वर्णन
लेखकः आयतुल्ला अनसारीयान
इसके पूर्व लेख मे हमने प्रश्न का वर्णन किया था कि जब प्रत्येक सेकंण्ड मे विषयली कार्बन की मात्रा बढ़ती ही ...
अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबनाः हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स) ने औरतों के लिए पर्दे के महत्व को उस समय भी बयान किया जब आप दुनिया से रुख़्सत होने वाली थीं। एक दिन आप बहुत परेशान थीं तो ...
हज़रत ख़दीजा अ. के बाप ख़ुवैलद और मां फ़ातिमा बिंते ज़ाएदा बिंते असम हैं। जिस परिवार में आपका पालन पोषण हुआ वह परिवार अरब के सारे क़बीलों में सम्मान की नज़र से देखा जाता था ...
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह अनसारीयान
بِسمِ أللہ ألرَّحمٰنِ ألرَّحِیم
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्राहीम
उस ईश्वर के नाम से जिसकी कृपा का अनुमान नही तथा दया ...
पैग़म्बरे इस्लाम फ़रमाते हैं कि जो किसी मोमिन को खुश करे उसने मुझे खुश किया और जिसने मुझे खुश किया उसने ईश्वर को खुश किया”
पैग़म्बरे इस्लाम का यह कथन और इस प्रकार की ...
पुस्तकः कुमैल की प्रार्थना का वर्णन
लेखकः आयतुल्ला अनसारीयान
यदि मनुष्य ईश्वर की भौतिक एंव आध्यात्मिक वरदानो को देखे तथा उनपर सोच विचार करे तो उसे पता चलेगा कि ईश्वर ...
अहलेबैत (अ )न्यूज़ एजेंसी अबना :प्राप्त सूत्रों के अनुसार ईरान एवं इराक़ सहित समस्त विश्व में कर्बला के शहीदों की याद में शामे ग़रीबाँ की मजलिसों का सिलसिला जारी रहा । ...
नाम व अलक़ब(उपाधियां)हज़रत इमाम तक़ी अलैहिस्सलाम का नाम मुहम्मद व आपकी मुख्य उपाधियाँ तक़ी व जवाद है।जन्म व जन्म स्थानहज़रत इमाम तक़ी अलैहिस्सलाम का जन्म सन् 195 हिजरी ...
तहारतيا ايها الذين امنوا كلوا من طيبات ما رزقناكم1. ऐ मोमिनों हमारे दिये हुए पाक रिज़्क़ को खाओ।(बक़रह 172)وَلاَ تَقْرَبُوهُنَّ حَتَّىَ يَطْهُرْنَ1. औरतों से उस वक़्त नज़दीकी न करो जब तक वह हैज़ से पाक न ...
इस्लाम धर्म में शिफ़ाअत ईश्वर की ओर से मनुष्यों पर एक विभूती बतायी गयी है। जिन लोगों ने उपासना के बंधन को नहीं तोड़ा है और अनेकेश्वरवाद का शिकार नहीं हुए हैं, ईश्वर के ...
नहजुल बलाग़ा वह किताब है जिसमें हज़रत अली अलैहिस्सलाम के कुछ कथनों, पत्रों और भाषणों को एकत्रित किया गया है। इस किताब को पवित्र कुरआन का भाई कहा जाता है। इस किताब में उस ...
अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना: इमाम अली इब्ने हुसैन अलैहिमुस्सलाम, ज़ैनुल आबेदीन और सज्जाद के नाम से मशहूर हैं और मशहूर रेवायत के अनुसार आपका जन्म वर्ष 38 हिजरी में शाबान के ...
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह अनसारियान
3- इसी प्रकार दूसरे शब्दो मे ज़ियाद नख़ई के पुत्र कुमैल से कहाः
हे कुमैल, लोग स्वयं यह आदेश पारित करे दिन मे ...