इस्राइली प्रधान मंत्री बिनयामिन नेतनयाहू ऐसे हालात में पूर्वी अलक़ुद्स में स्थित मस्जिदुल अक़्सा मस्जिद के प्रांगण में उपस्थित हुए जब ज़ायोनी सैनिकों और फ़िलिस्तीनियों के बीच इस पवित्र स्थल में लगातार चौथे दिन भी झड़प हुयी।
लगातार चौथे दिन बुधवार को ज़ायोनी सैनिकों और बसाए गए ज़ायोनियों ने, फ़िलिस्तीनी श्रद्धालुओं पर मस्जिदुल अक़्सा के परिसर में हमला किया। नेतनयाहू की इस उपस्थिति से और हिंसा भड़कने की आशंका है क्योंकि नेतनयाहू की उपस्थिति से पहले 6 फ़िलिस्तीनियों का अपहरण कर लिया गया। मस्जिदुल अक़्सा के परिसर में फ़िलिस्तीनियों पर बर्बरतापूर्ण हमले रविवार को उस समय शुरू हुए जब यहूदी नववर्ष के अवसर पर मस्जिदुल अक़्सा में ज़ायोनी सैनिकों को तैनात किया गया। इस्राईल ने मस्जिदुल अक़्सा के प्रवेश द्वार पर झाड़ू लगाने पर रोक लगा दी है।
इस बीच ज़ायोनी प्रधान मंत्री नेतनयाहू ने बुधवार को कहा कि इस्राईली सैनिकों और फ़िलिस्तीनियों के बीच मस्जिदुल अक़्सा के परिसर में झड़प के बाद इस्राईल, अपने सैनिकों के अधिकार को बढ़ाने की योजना रखता है। नेतनयाहू ने आपात बैठक में कहा कि अनेक क्षेत्रों में उपाय कड़े करने का फ़ैसला लिया गया। इस बैठक में ज़ायोनी युद्ध मंत्री मोशे यालून भी उपस्थित थे। (MAQ/N)
source : irib.ir