वरिष्ठ नेता ने संविधान की धारा 110 के क्रियान्वयन के परिप्रेक्ष्य में पर्यावरण से संबंधित मूल नीति का सर्कुलर तीनों पालिकाओं के अध्यक्षों को भेजा है।
आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनेई की ओर से जारी सर्कुलर में वर्णित बिन्दु इस प्रकार हैं। पर्यावरण के लिए संगठित राष्ट्रीय व्यवस्था की स्थापना, मूल स्रोतों का सुव्यवस्थित संचालन, पर्यावरण को नुक़सान को जुर्म की श्रेणी में रखना, पर्यावरण कूटनीति को मज़बूत करना और इस्लामी-ईरानी आदर्श पर आधारित पर्यावरण के संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए सांस्कृतिक व नैतिक प्रयास आदि। पर्यावरण में बदलाव को संचालित करना, बंजर ज़मीन, सूखा, रोगाणु व रेडियो धर्मिता को बढ़ावा देने जैसे पर्यावरण के लिए ख़तरों से निपटने, पर्यारण से संबंधित नए मामलों की पहचान और उनके संचालन पर भी इस सर्कुलर में बल दिया गया है।
इस सर्कुलर में वरिष्ठ नेता ने इसी प्रकार मिट्टी, पानी और हवा को दूषित करने वाले तत्वों को नियंत्रित करने पर बल दिया है। इस्लामी क्रान्ति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामेनई ने इसी प्रकार इस सर्कुलर में बल दिया है कि विभिन्न आर्थिक व सामाजिक क्षेत्रों में उत्पादन के आदर्श में सुधार लाया जाए, पानी, खाद्य पदार्थ, प्राकृतिक स्रोत और ऊर्जा के इस्तेमाल के मानक में सुधार किया जाए और पर्यावरण के अनुकूल ईंधन के पदार्थ के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जाए। (MAQ/N)
source : irib