मिस्र के अलअज़हर विश्वविद्यालय में धर्मशास्त्र की विशेष शाखा "फ़िक़्ह मुक़ारिन" के प्रोफेसर ने बताया कि सरकारी सुरक्षा तंत्रों ने उस केन्द्र की स्थापना के लिए सहमति दे दी है जिसका उद्देश्य इस्लामी मतों को एक दूसरे के निक
मिस्र के अलअज़हर विश्वविद्यालय में धर्मशास्त्र की विशेष शाखा "फ़िक़्ह मुक़ारिन" के प्रोफेसर ने बताया कि सरकारी सुरक्षा तंत्रों ने उस केन्द्र की स्थापना के लिए सहमति दे दी है जिसका उद्देश्य इस्लामी मतों को एक दूसरे के निकट लाना है।
मिस्र की अलयौमुस्साबे वेबसाइट के अनुसार, अलअज़हर विश्वविद्यालय के फ़िक़्ह मुक़ारिन या धर्मशास्त्र के तुल्नात्मक अध्ययन के प्रोफ़ेसर शैख़ अहमद करीमा ने शनिवार को इस बात की सूचना देते हुए कहा कि मतों को एक दूसरे के निकट लाने वाला यह केन्द्र एक नागरिक केन्द्र है जिसका अलअज़हर विश्वविद्यालय और वक़्फ़ मंत्रालय से कोई संबंध नहीं होगा।
शैख़ अहमद करीमा ने कहा कि इस केन्द्र की स्थापना के लिए आधिकारिक रूप से इजाज़त मिल गई है, जिसका उद्घाटन पवित्र रमज़ान के बाद होगा। (MAQ/N)
source : irib