मौलाना कल्बे जवाद ने कहा है कि जो व्यक्ति दुनिया के सबसे बड़े आतंकवादी यज़ीद का प्रशंसक व समर्थक हो वह आतंकवादी के अलावा कुछ नहीं हो सकता।
भारत में शिया मुसलमानों के वरिष्ठ धर्मगुरू और इमामे जुमा लखनऊ मौलाना सय्यद कल्बे जवाद नक़वी ने आतंकवाद के ख़िलाफ़ दिए एक बयान में कहा है कि दुनिया में जहाँ जहाँ भी आज आतंकवाद है वह पैग़मबरे इस्लाम (स) और उनके अहलेबैत (अ) अर्थात परिजनों की शिक्षा से दूरी का परिणाम है।
मजलिसे ओलमाए हिन्द के महासचिव मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि आज पूरी दुनिया में आतंकवाद का एक बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है जिसमे स्कॉलर्स बनाए जाते हैं, धर्मगुरू बनाए जाते हैं और फिर ये लोग इस्लाम के नाम पर युवाओं को गुमराह करते हैं और कट्टरपंता को जन्म देते हैं।
मौलाना ने कहा कि ज़ाकिर नाइक जैसे लोग उसी नेटवर्क का एक भाग हैं, उन्होंने कहा कि ज़ाकिर नाइक ने अपने भाषणों में आतंकवादी गुट तालेबान के पूर्व प्रमुख मुल्ला उमर और अल-क़ाएदा के पूर्व प्रमुख ओसामा बिन लादेन की कई बार प्रशंसा की है।
मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि ज़ाकिर नाइक अपने चैनल पर खुले आम तालेबान और अल-क़ाएदा के दृष्टिकोण के अंतर्गत युवाओं को दूसरे धर्मों के ख़िलाफ़ भड़काते रहते हैं। उन्होंने कहा कि ज़ाकिर नाइक के भाषणों की सीड़ी और किताबें भारतीय बज़ार में मौजूद हैं।
इमामे जुमा लखनऊ मौलाना कल्बे जवाद नक़वी ने कहा के ऐसी आइडियोलॉजी और ऐसी किताबें हमारे और युवाओं और विशेषकर देश के लिए बहुत ही ख़तरनाक हैं। मौलाना ने सरकार से मांग की है कि ऐसे लोगों पर जल्द से जल्द प्रतिबंध लगना चाहिए।
मौलाना कल्बे जवाद ने कहा के जब तक वहाबी मुफ़्ती अपने फ़तवे वापस नहीं लेंगे तबतक दुनिया से आतंकवाद का ख़ात्मा नहीं होगा।
उन्होंने सऊदी अरब के पवित्र शहर मदीने में हुए आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि यह सारे आतंकवादी हमले वहाबी विचारधार का ही परिणाम है, मौलाना ने कहा कि जिस दिन सऊदी अरब और अन्य देशों के वहाबी मुफ़्तियों पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा उसी दिन दुनिया से एक बहुत बड़ा आतंकवाद समाप्त हो जाएगा।
source : abna24