धवार की सुबह ज़ोरदार भूकम्प से ईरान का पवित्र शहर मशहद हिल उठा और इमारतों में दरारे पड़ गईं।
प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, भूकम्प से जहां घरों और इमारतों में दरारे पड़ गईं, वहीं इस शहर में स्थित शिया मुसलमानों के आठवें इमाम हज़रत अली रज़ा (अ) के पवित्र रौज़े को किसी तरह का कोई नुक़सान नहीं पहुंचा।
इमाम रज़ा (अ) के पवित्र मज़ार में ज़ायरीन के मामलों के प्रमुख ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि पवित्र मज़ार की किसी इमारत को कोई नुक़सान नहीं पहुंचा है और भूकम्प के झटकों के बावजूद, मज़ार के दरवाज़ों पर बाहर निकलने के लिए लोगों में किसी तरह की कोई बेचैनी नहीं देखी गई।
बयान में कहा गया है कि पवित्र रौज़े में मौजूद ज़ायरीन और ज़ायरीन की सेवा करने वाले कार्यकर्ता भूकम्प के झकटों के बावजूद, पूर्ण ध्यान और धैर्य के साथ इबादत में और अपने कार्यों में व्यस्त रहे और उनमें किसी तरह की कोई घबराहट नहीं देखी गई।
ग़ौरतलब है कि बुधवार सुबह 10 बजकर चालीस मिनट पर ईरान के प्रांत ख़ुरासाने रिज़वी में भूकम्प आया, रिक्टर पैमाने पर जिसकी तीव्रता 6.0 मापी गई।
इस बीच, मशहद में ही सहायताकर्मियों ने एक घर के मलबे के नीचे से दस महीने के जुड़वा बच्चों को जीवित निकालकर एक अस्पताल में भर्ती कराया है।