अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना: ईरान की राजधानी तेहरान में जनाब ज़ैनब स. के रौज़े के रक्षक शहीद मोहसिन हुजजी का अंतिम संस्कार बहुत श्रद्धा, इज़्ज़त और एहतेराम के साथ हुआ।
तेहरान की ग़ैरतमंद और मोमिन जनता ने सीरिया में जनाब ज़ैनब स. के रौज़े के रक्षा करते हुए शहीद होने वाले मोहसिन हुजजी के जनाज़े को उठाया और बेहद शानो शौकत और इज़्ज़त व एहतेराम से विदा किया।
शहीद हुजजी के जनाज़े को तेहरान के इमाम हुसैन अ. स्क्वाएर से शोहदा स्क्वाएर तक ले जाया गया जिसमें देश के वरिष्ठ राजनीतिक एवं सैन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
शहीद मोहसिन हुजजी के अंतिम संस्कार में होने वाले नौहे और मातम के साथ ही बड़ी संख्या में मौजूद लोगों के हाथों में ईरान के राष्ट्रीय ध्वज के साथ हरे लाल और काले रंग के अलम भी थे अलमदारे कर्बला हज़रत अब्बास अ. के अलम की मौजूदगी देशप्रेम के साथ ही धार्मिक श्रद्धा को भी दर्शा रहे थे।
इस अवसर पर भीड़ को संबोधित करते हुए ईरान के वरिष्ठ धर्मगुरू और लेक्चरर हुज्जतुल इस्लाम अली रज़ा पनाहियान ने कहा कि शहीद हुजजी के खून का बदला सिर्फ़ आईएस आतंकियों को समाप्त करके पूरा नहीं होगा बल्कि हम ज़ायोनी शासन को मिटा कर इस शहीद के ख़ून का बदला लेंगे।
उन्होंने ताकीद करते हुए कहा कि ईरानी जनता शहीद मोहसिन हुजजी के वास्तविक क़ातिलों यानि अमरीका और ज़ायोनियों को हरगिज़ माफ़ नहीं करेगी।
उन्होंने आगे कहा कि जिस राष्ट्र के पास मोहसिन हुजजी जैसे शहीद होंगे वही कामयाब होगा।
तेहरान में अंतिम संस्कार के बाद शहीद हुजजी का पार्थिव शरीर उनके पैत्रिक घर इस्फ़हान के नजफ़ाबाद शहर भेजा गया जहाँ कल गुरुवार को सुबह 8 बजे उन्हें दफ़न किया जाएगा।
सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह ख़ामेनई ने भी आज सुबह तेहरान की मस्जिदे इमाम हसन अ. में पहुँच कर शहीद मोहसिन हुजजी का आखरी दीदार किया और फ़ातेहा पढ़ा। सुप्रीम लीडर ने इस अवसर पर शहीद के परजनों से भी भेंट की और इस महान शहादत पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिवार वालों को सब्र और धैर्य रखने के लिए कहा।
ज्ञात रहे कि जुलाई के महीने में आईएस आतंकियों ने सीरिया और इराक की सीमा पर ईरानी जवान सैनिक मोहसिन हुजजी को पहले गिरफ़्तार किया फिर बेदर्दी के साथ गला काट कर शहीद कर दिया।