जहां एक ओर भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों ने सऊदी अरब के युवराज का एयरपोर्ट पहुंचकर स्वयं स्वागत किया वहीं इन दोनों देशों की जनता ने बिन सलमान की यात्रा का कड़ा विरोध किया है।
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान की भारत और पाकिस्तान की यात्रा का इन दोनों देशों की जनता ने कड़ा विरोध किया है। भारत के विभिन्न शहरों में सऊदी युवराज की भारत यात्रा के विरोध में प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों ने बिन सलमान पर तकफ़ीरी आतंकवादी गुट दाइश सहित अन्य आतंकी गुटों की वित्तीय एवं सामरिक साहयता का आरोप लगाया। साथ ही प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यमन और सीरिया में होने वाली मानवीय त्रासदी के लिए अगर कोई ज़िम्मेदार है तो स्वयं सऊदी अरब की आले सऊद सरकार है।
पाकिस्तान के बाद भारत में भी अनेक संगठनों और हस्तियों ने बिन सलमान के दौरे का विरोध किया है और केवल शिया मुसलमान होने के जुर्म में 6 वर्षीय मासूम बच्चे ज़करिया की पवित्र शहर मदीने में हुई निर्मम हत्या के मुद्दे को भी लेकर सऊदी अरब की कड़ी आलोचना की। लोगों का आरोप था कि ज़करिया की हत्या पर आले सऊद सरकार ने तनिक भी गंभीरता से संज्ञान नहीं लिया।
दूसरी ओर भारत प्रशासित कश्मीर के कारगिल ज़िले में सऊदी युवराज मोहम्मद बिन सलमान की भारत यात्रा के विरोध में ज़बरदस्त प्रदर्शन हुआ। कारगिल के केंद्रीय क्षेत्र में इकट्ठा हुए हज़ारों की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने जमकर “आले सऊद मुर्दाबाद” और “बिन सलमान मुर्दाबाद” के नारे लगाए और प्रदर्शन के अंत में सऊदी युवराज मोहम्मद बिन सलमान का पुतला फूंक कर अपना रोष प्रकट किया।