रसूले खुदा (स) ने फरमायाः रोज़ा जहन्नम की आग के मुक़ाबले में ढाल की हैसियत रखता है।
यानि रोज़ा रखने से इंसान जहन्नम की आग से सुरक्षित हो जाता है।
रोज़ा बदन की ...
हज़रत जौन का दफ़्न किया जाना
सोमवार बीस मोहर्रम सल 61 हिजरी
आशूर के दस दिन के बाद बनी असद के कुछ लोगों ने हज़रत अबूज़र ग़फ़्फ़ारी के दास हज़रत जौन के पवित्र शरीर को देखा ...
मानव इतिहास के आरंभ से आज तक, जबकि वर्तमान समय में वैज्ञानिक तथा तकनीकी प्रगति हर क्षेत्र में दिखाई दे रही है, मनूष्य में सदा ही धर्म की ओर झुकाव देखा गया है तथा वह आध्यात्म ...
अहमद बड़ी ग़मगीन हालत में अपनी दादी के बारे में सोच रहा था। पुरानी यादों के साथ-साथ आँसुओं का एक सैलाब उसकी आँखों से जारी था। परदेस में दादी की मौत की ख़बर ने उसे हिला कर रख ...
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन
लेखकः आयतुल्ला हुसैन अंसारीयान
इसके पूर्व के लेख मे यह बात स्पष्ट की गई कि जब जिब्राईल ने उसके दर्शन करने की इच्छा प्रकट की तो उनसे ...
लेखक: आयतुल्लाह हुसैन अनसारियान
किताब का नाम: शरहे दुआए कुमैल
मनुष्य का परमेशवर से बात करना, प्राणी के निर्माता और आदमी के बीच का रिश्ता प्रार्थना कहलाता है। महान ...
ईश्वर से दुआ है कि इस पवित्र महीने में हमारी उपासनाओं और दुआओं को स्वीकार करे और हमें भले काम करने का सामर्थ्य प्रदान करे। पवित्र रमज़ान की अपनी विशेष प्रथाएं और संस्कार ...
उस ईश्वर का बहुत अधिक आभार है जिसने हमें यह शक्ति प्रदान की कि हम पवित्र रमज़ान के ग्यारहैं दिन की विभूति समझ सकें। रमज़ान के इस पवित्र दिन हम ईश्वर से यह दुआ करते हैं कि वह ...
इस्लामी कैलेंडर का साल समाप्त हो रहा है और अब केवल कुछ ही दिन रह गए हैं नया साल आरम्भ होने में इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना मोहर्रम है। इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की शहादत ...
इमाम सज्जाद(अ) दुआ के इस भाग में ईश्वर से विनती करते हुये कहते हैः “हे पालनहार, मोहम्मद और उनके परिजनों पर सलाम भेज तथा मुझे जीवन के सभी कामों में सन्तुलन एवं मध्यमार्ग से ...
प्रियः पाठकों ! हम यहाँ ग़ैबते सुग़रा और ग़ैबते क़ुबरा की कुछ विशेषताओं का उल्लेख कर रहे हैं।ग़ैबते सुग़रा (अल्पकालीन ग़ैबत की क़िस्में) सन् 260 हिजरी क़मरी में हज़रत इमाम ...
इमाम मूसा काज़िम अलैहिस्सलाम की शहादत के अवसर पर काज़मैन में लाखों लोगों ने शोक मनाया। पैग़म्बरे इस्लाम (स) के पौत्र इमाम मूसा काज़िम अलैहिस्सलाम की शहादत के दुखद ...
अहले हरम की शाम रवानगी
उन्नीस मोहर्रम सन 61 हिजरी को कर्बला के क़ैदियों का काफ़िला शाम की तरफ़ भेजा गया, और चूँकि शाम की सत्ता मोआविया के ही युग से बनी उमय्या के हाथों में थी ...
इमाम सज्जाद(अ) मकारेमुल अख़लाक़ नामक दुआ में एक स्थान पर ईश्वर से विनती करते हुये कहते हैः “हे पालनहार, मोहम्मद और उनके परिजनों पर सलाम भेज तथा मुझे जीवन के सभी कामों में ...
पुस्तक का नामः कुमैल की प्रार्थना का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह अनसारियान
यह ईश्वर की व्यापक दया और सार्वजनिक फ़ैज़ है जिसके आशीष (बरकत) से सभी वस्तुए नीसती (तहस) के अंधकार से ...
आज इमाम अली इब्ने मूसर्रज़ा अलैहिस्सलाम का शुभ जन्म दिवस है। वह इमाम जो प्रकाशमई सूर्य की भांति अपना प्रकाश बिखेरता है। पैग़म्बरे इस्लाम सल्लाहो अलैहे वआलेही वसल्लम का ...
नाम व अलक़ाब (उपाधियाँ) हज़रत इमाम अस्करी अलैहिस्सलाम का नाम हसन व आपकी मुख्य उपाधि अस्करी है।
जन्म व जन्म स्थान हज़रत इमाम अस्करी अलैहिस्सलाम का जन्म सन् 232 हिजरी क़मरी ...
तमाम हम्द व सिपास है उस ज़ात के लिए कि जिसने तमाम मख़लूक़ात को इंसान के लिए ख़ल्क़ किया और इंसान को ख़ुद अपने लिए ख़ल्क़ करके उसकी ग़रज़े ख़िलक़त को भी वाज़ेह कर दिया। मैंने ...
इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की शहादत के बाद से मोहर्रम केवल एक महीने का नाम नहीं रह गया बल्कि यह एक दुखद घटना का नाम है, एक उसूल व सिद्धांत का नाम है और सबसे बढ़कर सच्चाई व झूठ, ...
ख़ानदाने नुबुव्वत का यह चाँद अगर एक तरफ़ आबाई फ़ज़ायल व कमालात का मालिक होने की बेना पर फ़ख्रे अरब है तो दूसरी तरफ़ माँ की अज़मत व जलालत की बेना पर अजम के जाह व हशम का मालिक ...