माहे ज़ीकाद की 25वी तारीख को ईदे दहवुल अर्ज़ के नाम से याद किया जाता है और इस की रात को फज़ीलत वाली रातो मे शुमार किया जाता है इस दिन खानाऐ काबा के नीचे पानी पर ज़मीन बिछाई गई ...
तारीख़ी और रिवाई हक़ायक़ इस पर शाहिद हैं कि सरकारे मुरसले आज़म (स) और मौला ए कायनात (अ) की अज़ीमुश शान इलाही व इस्लामी हुकूमत के वुक़ू पज़ीर होने के बाद, इसी तरह इलाही अहकाम व ...
आज दस मुहर्रम है। न्याय और मानवता के सूखते चमन को हुसैन आज सवेरे से ही सींच रहे हैं। सुबह की नमाज़ के समय से ही यज़ीदी सेना तीर बरसा रही थी। हुसैन के कई साथी तो ...
क्या इमाम हुसैन (अ) की अज़ादारी और मुहर्रम की पाक यादगारें मुसलमानों में मतभेद और लड़ाई झगड़े का मुद्दा बन सकती हैं? वह कौन सा मुसलमान है हुसैन (अ) जिसके ईमान का हिस्सा नहीं ...
छह मुहर्रम को हमने कर्बला के जिस शहीद की याद मनाने के लिए विशेष किया है वह क़ासिम इब्ने हसन हैं। कर्बला में इमाम हसन अलैहिस्सलाम के कई बेटे शहीद हुए हैं। हज़रत क़ासिम ...
ख़ुदा वंदे तआला अपने कलामे मजीद में फ़रमाता है:क़ुरआन ऐसी किताब है जिसकी आयात बहुत मोहकम (पुख़्ता, सिक़ह) हैं।(सूरह हूद आयत 1)और फिर फ़रमाता है:अल्लाह तआला ने बेहतरीन बात ...
माहे रजब की दुआऐंरजब के पहले दिन और रात की मख्सूस दुआ1) हज़ूरे अकरम (स:अ:व:व) की सीरत थी की जब रजब का चाँद देखते थे तो यह दुआ पढ़ते थे:اَللّٰھُمَّ بَارِکْ لَنٰا فِی رَجَبٍ وَ شَعْبانَ وَ بَلَّغْنَا ...
बर्ज़ख़ की धरती के बारे में पवित्र क़ुरआन मजीद में ईर्साद हैः कि जिस दिन समस्त प्रकार लोगों को उठाया जायेगा। (23) मरने के बाद बर्ज़ख़, क़ब्र की धरती है उस क़ब्र में प्रत्येक ...
किताबे मुन्तहल आमाल मे बयान किया गया है कि आयाते क़ुराने करीम और अहादीसे मुतावातिरा से साबित होता है कि परवरदिगारे आलम ने रसुले अकरम स.अ.व.व. को मक्का ए मोअज़्ज़मा से ...
पुस्तक का नामः कुमैल की प्रार्थना का वर्णन
लेखकः आयतुल्ला हुसैन अंसारीयान
وَبِعِزَّتِكَ الَّتِى لاَيَقُومُ لَهَا شَىْءٌ
वाबेइज़्ज़तेकल्लति लायक़ूमो लहा शैइन
और उस इज़्ज़त व ...
वह सम्प्रदाय जिनका कोई ईश्वरीय अस्तित्व नहीं है, वह लोगों को आपनी तरफ़ खींचने, और अपने अनुयायियों की संख्या बढ़ाने के लिए के हर प्रकार के लोगों के लिए कुछ नया और आकर्शित ...
तारीख़ों से पता चलता है कि मंसूर ने इमाम जाफ़रे सादिक़ (अ0) को मुतअदिद बार ज़हर के ज़रिये शहीद कराने की कोशीश की मगर चूकि मशीयते ईज़दी की तरफ़ से अय्यामे हयात बाक़ी थे इसलिये ...
সাত তারিখ ৬১ হিজরির এই দিনে ইয়াজিদ বাহিনীর সেনাপতি ওমর ইবনে সাদ হযরত ইমাম হুসাইন (আ.) এবং তাঁর পরিবার পরিজন ও সঙ্গী সাথীদের জন্য ফোরাত নদীর পানি বন্ধ করে দেয়।সাতই ...
मोहर्रम का दुःखद महीना फिर आ गया। लोग मोहर्रम मनाने की तैयारी करने लगे हैं। मोहर्रम आने पर बहुत से लोग यह सोचने लगते हैं कि आखिर क्या वजह है कि १४ शताब्दियां बीत जाने के ...
सारी प्रशंसा ईश्वर के लिए है जिसने आकाशों और धरती की रचना की और उनमें अंधकार तथा प्रकाश बनाया परंतु काफ़िर, लोगों व वस्तुओं को अपने पालनहार का समकक्ष ठहराते हैं।पवित्र ...
पैग़म्बरे इस्लाम (स) का संपूर्ण जीवन एवं उसका एक एक क्षण अति महत्वपूर्ण तथा विशिष्ट आश्चर्यजनक घटनाओं से भरा हुआ है। इस लिए कि पैग़म्बरे इस्लाम (स) के कथन न केवल क़ुराने ...
इस्लाम चाहता है कि लोगों में क़बूल करने का माद्दा पैदा हो इस लिये ऐब और कमियों के सुनने को तोहफ़े देने की तरह कहा गया है। जो लोग अख़लाक़ी सिफ़ात रखते हैं और लोगों को उनके ...
मनुष्य को बनाने वाले ईश्वर ने उसको जो भी आदेश दिये हैं वे निश्चित रूप से मनुष्य के ही हित में होते हैं चाहे विदित रूप से उसमें हमें अपना कोई नुक़सान नज़र आए। रमज़ान के रोज़े ...
नाम व अलक़ाब (उपाधियाँ)इमामे सज्जाद अलैहिस्सलाम का नाम अली व आपकी मुख्य उपाधि सज्जाद हैं। माता पिताआपके पिता हज़रत इमामे हुसैन अलैहिस्सलाम व आपकी माता हज़रते शहरबानो ...
ख़ानदाने नुबुव्वत का यह चाँद अगर एक तरफ़ आबाई फ़ज़ायल व कमालात का मालिक होने की बेना पर फ़ख्रे अरब है तो दूसरी तरफ़ माँ की अज़मत व जलालत की बेना पर अजम के जाह व हशम का मालिक ...