बहरैन के जमीअतुल विफ़ाक़ पार्टी के प्रमुख ने कहा है कि बहरैन में लोकतांत्रिक सरकार का अभाव ही संकट का मुख्य कारण है। अलमयादीन टीवी चैनल की रिपोर्ट के अनुसार बहरैन के ...
इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने इस्लामी क्रांति की सफलता की चालीसवीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एक अहम बयान जारी किया है।
इस्लामी क्रांति की सफलता की चालीसवीं वर्षगांठ ...
शैख़ हसन शहाता जिनको वहाबियों ने निर्मम हत्या करके शहीद कर दिया मिस्र के एक प्रसिद्ध शिया धर्मगुरू थे जिनके वकतव्य में मिस्र के अधिकतर लोग एकत्र होते थे क्योंकि आप अपने ...
असर की नमाज़ पढने के पहले की नाफ़िलह नमाज़ :
8 रक्'अत नमाज़ (2-2 रक्'अत में….2x4) जोहर की नाफ़िलह नमाज़ पढ़ें! इसे असर की नमाज़ से से पहले पढने की ताकीद की गयी है।
इमाम जाफ़र ...
मुख्तसर तौर पर उन कामों का ज़िक्र करता हूँ। जिन्हें इबादत के खूबसूरत नाम से याद किया गया है, और जिन पर अमल उसी तरह लाज़िम है जिस तरह कि नमाज़ का अदा करना।*झूठ, गीबत,शराब और ...
अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना: इमाम अली इब्ने हुसैन अलैहिमुस्सलाम, ज़ैनुल आबेदीन और सज्जाद के नाम से मशहूर हैं और मशहूर रेवायत के अनुसार आपका जन्म वर्ष 38 हिजरी में शाबान के ...
इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम जानते थे कि किसी भी समाज के लिए न्याय और स्वतंत्रता का महत्व वैसा ही है जैसे फेफड़ों के लिए वायु अतः वे लोग जो समाज में न्याय स्थापित करने के लिए ...
बहरैनी जनता आले ख़लीफ़ा के तानाशाही शासन के विरुद्ध संघर्ष जारी रखते हुए सात जुलाई को भविष्य निर्धारण अधिकार के नारे के साथ फिर सड़कों पर आ रही है।
बहरैनी जनता आले ...
क्या आप महान व सर्वसमर्थ ईश्वर से प्रेम करने वाले व्यक्तियों को पहचानते हैं? ईश्वर से प्रेम करने वालों का हृदय उसके प्रेम में डूबा होता है।
वे लोगों की समस्याओं का समाधान ...
लेखक: आयतुल्लाह हुसैन अनसारियान
किताब का नाम: शरहे दुआ ए कुमैल
हे कुमैल, भोजन करने मे किसी को अपना साथी बनाओ और लोभ नकरो, क्योकि तुम लोगो को रोज़ी नही देते, और तुम्हारे इस ...
8 रबीउल अव्वल को हज़रत इमाम हसन अस्करी अलैहिस्सलाम का शहादत दिवस है। उन्होंने अपनी 28 साल की ज़िन्दगी में दुश्मनों की ओर से बहुत से दुख उठाए और तत्कालीन अब्बासी शासक ...
हे ईश्वर मैं तेरा आभार व्यक्त करता हूं कि तूने मुझे दसवां रोज़ा रखने का सामर्थ्य प्रदान किया। हे ईश्वर तुझसे मेरी प्रार्थना है कि मुझे एक क्षण के लिए भी मेरी हाल पर मत ...
हमारा अक़ीदह है कि क़ुरआने करीम पैग़म्बरे इस्लाम (स.)का सब से बड़ा मोजज़ा है और यह फ़क़त फ़साहत व बलाग़त, शीरीन बयान और मअनी के रसा होने के एतबार से ही नही बल्कि और मुख़्तलिफ़ ...
अख़लाक़ उन सिफ़ात और अफ़आल को कहा जाता है जो इंसान की ज़िन्दगी में इस क़दर रच बस जाते हैं कि ग़ैर इरादी तौर पर भी ज़हूर पज़ीर होने लगते हैं।बहादुर फ़ितरी तौर पर मैदान की ...
तावील का माद्दा ال یوول ای رجع رجوعا है और लौटने के मायना में है अत: तावील जो मज़ीद फ़ी है उसका अर्थ इरजा यानी लौटाना है। इरजा हर चीज़ के लिये लौटाने को कहते हैं और तावील केवल ...
हाल ही में ईरान के पवित्र नगर कुम में एक अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेन्स आयोजित हुई थी जिसमें विश्व के ८३ देशों के विद्वानों, धर्मगुरूओं और बुद्धिजीवियों ने भाग लिया था। इस ...
परवरिश दो तरह की होती हैः1- जिस्मानी परवरिश 2- रूहानी-ज़ेहनी परवरिशजिस्मानी परवरिश में पालने-पोसने की बातें आती हैं।रूहानी-ज़ेहनी परवरिश में अख़लाक़ और ...
जिस समय महापुरुषों की बात आती है क़लम कांपने लगता है क्योंकि क़लम कभी इन महापुरुषों के व्यक्तित्व के सभी आयामों का भलिभांति चित्रण नहीं कर सकता। पैग़म्बरे इस्लाम के नाती ...
रमज़ान वह महीना है जिसमें ख़ुदा वन्दे आलम ने तुम पर रोज़े वाजिब किए हैं इसलिए जो भी इसमें ईमान और ख़ुदा से इनाम पाने की उम्मीद से रोज़ा रखे तो ऐसे गुनाहों से मुक्त हो जाएगा ...
अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी अबना: हज़रत मासूमा स. (अ) शियों के सातवें इमाम मूसा काज़िम (अ) की बेटी हैं, उनकी माँ हज़रत नजमा ख़ातून हैं, हज़रत मासूमा स. (अ) पहली ज़ीकाद 173 हिजरी में मदीना ...