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Tuesday 26th of November 2024
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कुमैल की प्रार्थना की प्रमाणकता 4

कुमैल की प्रार्थना की प्रमाणकता  4
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन लेखकः आयतुल्लाह अनसारीयान 4. अनूठे एवं हदीस शास्त्र से अवगत विद्वान हजरत मजलिसी का विचार है कि कुमैल की प्रार्थना सर्वश्रेष्ठ ...

आत्मा के शान्ति की कुन्जी 2

आत्मा के शान्ति की कुन्जी 2
पुस्तक का नामः पश्चताप दया का आलंगन लेखकः आयतुल्लाह अनसारियान   हाँ। ईश्वर की विस्तृत कृपा एवं दया से सहायता ले तथा उसके उपकारो से शक्ति ले और प्रकृति की दया को अपने हृदय ...

तहारत और दिल की सलामती

तहारत और दिल की सलामती
जिस तरह इस्लाम मे नमाज़ पढ़ने के लिए वज़ू, ग़ुस्ल या तयम्मुम जैसी ज़ाहिरी तहारत ज़रूरी है। इसी तरह नमाज़ की क़बूलियत के लिए दिल की तहारत की भी ज़रूरत है। क़ुरआन ने बार बार ...

हजरत अली (अ.स) का इन्साफ और उनके मशहूर फैसले|

हजरत अली (अ.स) का इन्साफ और उनके मशहूर फैसले|
रसूल(स.) के बाद धर्म के सर्वोच्च अधिकारी का पद अल्लाह ने अहलेबैत को ही दिया। इतिहास का कोई पन्ना अहलेबैत में से किसी को कोई ग़लत क़दम उठाते हुए नहीं दिखाता जो कि धर्म के ...

कुरआन में वादा और अमानत

कुरआन में वादा और अमानत
1. हे आस्तिको ! प्रतिज्ञाओं को पूरा करो। -कुरआन [5, 1]2. …और अपनी प्रतिज्ञाओं का पालन करो, निःसंदेह प्रतिज्ञा के विषय में जवाब तलब किया जाएगा। -कुरआन [17, 34]3. …और अल्लाह से जो ...

वह अजनबी कौन था?

वह अजनबी कौन था?
एक कमज़ोर औरत पानी से भरी मश्क बड़ी मुश्किल से ले जा रही थी। रास्ते में उसे एक आदमी मिला उसनें औरत से पानी की मश्क ली और उसके घर का पता पूछ कर आगे आगे चलने लगा। छोटे छोटे बच्चे ...

इमाम हसन(अ)की संधि की शर्तें

इमाम हसन(अ)की संधि की शर्तें
1- माविया को इस शर्त पर सत्ता हस्तान्त्रित की जाती है कि वह अल्लाह की किताब (कुरऑन ) पैगम्बर व उनके नेक उत्तराधिकारियों की शैली के अनुसार कार्य करेगा।2- माविया के बाद सत्ता ...

माहे मुहर्रम

माहे मुहर्रम
इमाम हुसैन (अ:स) अपने नाना रसूल अल्लाह (स:अ:व:व) से उम्मत द्वारा किये गए ज़ुल्म को ब्यान करते हुए कहते हैं :नाना आपके बाद आपकी उम्मत ने माँ फातिमा (स:अ) पर इतना ज़ुल्म ढाया की मेरा ...

क़ुरआने करीम की तफ़्सीर के ज़वाबित

क़ुरआने करीम की तफ़्सीर के ज़वाबित
हमारा मानना है कि क़ुरआने करीम के अलफ़ाज़ को उनके लुग़वी व उर्फ़ी मअना में ही इस्तेमाल किया जाये,जब तक आयत में अलफ़ाज़ के दूसरे मअना में इस्तेमाल होने का कोई अक़्ली या ...

इमाम महदी (अ.स) से शिओं का परिचय

इमाम महदी (अ.स) से शिओं का परिचय
चूँकि हज़रत इमाम महदी (अज्जल अल्लाहु तआला फरजहु शरीफ) का जन्म बहुत ही गुप्त रूप से हुआ था, इस वजह से यह डर था कि शिया आखरी इमाम की पहचान में ग़लत फ़हमी या भटकाव का शिकार हो ...

जिन पर रोज़ा रखना वाजिब नही

जिन पर रोज़ा रखना वाजिब नही
(1734) जो शख्स बुढ़ापे की वजह से रोज़ा न रख सकता हो या रोज़ा रखना उस के लिए शदीद तकलीफ़ का बाइस हो तो उस पर रोज़ा वाजिब नहीं है। लेकिन रोज़ा न रखने की सूरत में ज़रूरी है कि हर रोज़े ...

ज़ैनब बिन्ते अली , कर्बला की नायिका

ज़ैनब बिन्ते अली , कर्बला की नायिका
ज़ैनब, शहीदों के ख़ून का संदेश लानी वाली, अबाअब्दिल्लाहिल हुसैन (अ) की क्रांति की सूरमा, अत्याचारियों और उनके हामियों को अपमानित करने वाली, सम्मान, इज़्ज़त, लज्जा, सर बुलंदी ...

इमाम हसन अलैहिस्सलाम:

इमाम हसन अलैहिस्सलाम:
ईश्वर के निकट सबसे उच्च स्थान उसका है जो सबसे अधिक लोगों के अधिकारों से अवगत हो, उनके अधिकारों को अदा करने में सबसे अधिक प्रयास करे, जो भी अपने धार्मिक भाइयों के सामने ...

सूरए आराफ़ की तफसीर 2

सूरए आराफ़ की तफसीर 2
सूरए आराफ़ की आयत संख्या 31 और 32 में ईश्वर कहता है।  हे आदम की संतानो! हर मस्जिद के निकट (उपासना के समय) अपनी शोभा को धारण कर लो और खाओ पियो परंतु अपव्यय न करो कि ईश्वर अपव्यय ...

हुसैन(अ)के बा वफ़ा असहाब

हुसैन(अ)के बा वफ़ा असहाब
मैंने अपने असहाब से आलम और बेहतर किसी के असहाब को नही पाया।हमारी दीनी तालीमात का पहला स्रोत क़ुरआने मजीद है। क़ुरआन के बाद हम जिन रिवायात का तज़किरा करते हैं वह दो तरह की ...

इमाम हुसैन(अ)का अंतिम निर्णय

इमाम हुसैन(अ)का अंतिम निर्णय
जिस समय महापुरुषों की बात आती है क़लम कांपने लगता है क्योंकि क़लम कभी इन महापुरुषों के व्यक्तित्व के सभी आयामों का भलिभांति चित्रण नहीं कर सकता। पैग़म्बरे इस्लाम के नाती ...

हदीसे ग़दीर का तवातुर

हदीसे ग़दीर का तवातुर
हर वह अहम तारिख़ी वाक़ेया जिस में उम्मत के रहबर की बात हो और बहुत सी जमाअत के दरमियान वह वाक़ेया पेश आया हो, इस बात का तक़ाज़ा करता है कि वह मुतवातिर हो, मख़्सूसन अगर इस ...

रसूले अकरम की इकलौती बेटी

रसूले अकरम की इकलौती बेटी
मुनाक़िब इब्ने शहर आशोब में है कि जनाबे ख़दीजा के साथ जब आं हज़रत (स.अ.व.व) की शादी हुई तो आप बाकरह थीं। यह तसलीम शुदा अमर है कि क़ासिम अब्दुल्ला यानी तैय्यब व ताहिर और फातेमा ...

ब्रह्मांड 4

ब्रह्मांड 4
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन लेखकः आयतुल्लाह अनसारीयान   हमने इसके पूर्व लेख मे इस बात की व्याख्या की थी कि इस आकाश को उसने सितारो से इस प्रकार सजाया कि करोड़ो कण एवं ...

नौहा

नौहा
तुरबते बेशीर पर कहती थी माँ असग़र उठो कब तलक तन्हाई में सोओगे ऐ दिलबर उठो है अंधेरा घर में नज़रों में जहाँ तारीक है कब तलक पिन्हाँ रहोगे ए महे अनवर उठो हम सबों को कै़द करके ...