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Sunday 7th of July 2024
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हज़रत अली . की नसीहत।

हज़रत अली . की नसीहत।
हज़रत अली अलैहिस्सलाम: दुनिया के दिन, दो दिन हैं एक तुम्हारे हित में और दूसरा तुम्हारे अहित में, तो अगर वह तुम्हारे फ़ायदे में हो तो उदंडता न करो और अगर तुम्हारे नुकसान में ...

आत्महत्या

आत्महत्या
आत्महत्या भी इस ज़माने के समाजी समस्याओं में सबसे ऊपर है, आज हिन्दुस्तान ही में नहीं बल्कि पूरी दुनिया में लोग आत्महत्या कर रहे हैं, और जान जैसी क़ीमती चीज़ ख़ुद अपने हाथों ...

उन्नीस मोहर्रम के वाक़ेआत

उन्नीस मोहर्रम के वाक़ेआत
अहले हरम की शाम रवानगी उन्नीस मोहर्रम सन 61 हिजरी को कर्बला के क़ैदियों का काफ़िला शाम की तरफ़ भेजा गया, और चूँकि शाम की सत्ता मोआविया के ही युग से बनी उमय्या के हाथों में थी ...

एतेकाफ़ की फज़ीलत और सवाब

एतेकाफ़ की फज़ीलत और सवाब
इमाम ख़ुमैन एतेकाफ़ की परिभाषा बयान करते हुए कहते हैः "وَ هُوَ اللَّبَثُ فِی المَسجِدِ بِقَصدِ التَعّبُدِ بِهِ وَ لا یعتَبَرُ فِیه ضَمُّ قَصدِ عِبادَةٍ اُخری خارِجَةً عَنهُ وَ اِن کانَ هُو الاَحوِط؛. एतेकाफ़ यानी ...

इमाम हसन असकरी अलैहिस्सलाम की जीवनशैली

इमाम हसन असकरी अलैहिस्सलाम की जीवनशैली
पैग़म्बरे इस्लाम और उनके परिजन सत्य व मार्गदर्शन के नमूने हैं यही कारण हैं कि पैग़म्बरे इस्लाम ने कहा था कि मैं तुम्हारे बीच दो मूल्यवान यादगारें छोड़े जा रहा हूं एक है ...

हज़रत अब्बास अलैहिस्सलाम

हज़रत अब्बास अलैहिस्सलाम
हज़रत अली अलैहिस्सलाम के वीर पुत्र हज़रत अब्बास के शुभ जन्मदिवस पर आप सबकी सेवा में बधाई प्रस्तुत करते हैं। जब हम आस्था, वीरता और निष्ठा के उच्च शिखर की ओर देखते हैं तो ...

आत्महत्या

आत्महत्या
आत्महत्या भी इस ज़माने के समाजी समस्याओं में सबसे ऊपर है, आज हिन्दुस्तान ही में नहीं बल्कि पूरी दुनिया में लोग आत्महत्या कर रहे हैं, और जान जैसी क़ीमती चीज़ ख़ुद अपने हाथों ...

अल्लाह 2

अल्लाह 2
पुस्तक का नामः कुमैल की प्रार्थना का वर्णन लेखकः आयतुल्लाह अनसारियान   हमने इसके पूर्व के लेख मे इस बात का स्पष्टीकरण किया था कि नास्तिक लाएलाहा इललल्लाह कहने से दुनयावी ...

इमाम अली नक़ी (अ.) की ज़िंदगी पर एक संक्षिप्त नज़र।

इमाम अली नक़ी (अ.) की ज़िंदगी पर एक संक्षिप्त नज़र।
इमाम अली नक़ी (अ.) ने इस्लामी अहकाम के प्रसारण व प्रकाशन और जाफ़री मज़हब के प्रचार के लिए महत्वपूर्ण क़दम उठाये। और हमेशा लोगों को धार्मिक तथ्यों से अवगत करने में ...

इंसान की आज़ादी

इंसान की आज़ादी
हमारा अक़ीदह यह है कि अल्लाह ने इंसान को आज़ाद पैदा किया है । इंसान अपने तमाम कामों को अपने इरादे व इख़्तेयार के साथ अंजाम देता हैं। अगर हम इंसान के कामों में जब्र के क़ाईल ...

नेमत पर शुक्र अदा करना

नेमत पर शुक्र अदा करना
लेखक: आयतुल्लाह हुसैन अनसारियान   किताब का नाम: तोबा आग़ोशे रहमत   कुछ लोग कल्पना करते है कि शुक्र का अर्थ है कि परमेश्वर की सारी नेमतो का उपयोग करने के पशचात कहे: मेरे ...

क़ुरआने मजीद और विज्ञान

क़ुरआने मजीद और विज्ञान
प्यारे दोस्तों इस में कोई शक नही कि क़ुरआने करीम में विज्ञान की ओर संकेत किये गये है।क़ुरआने करीम में सैकड़ों स्थान पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप में विज्ञान की ओर इशारे ...

अज़ादारी रस्म (परम्परा) या इबादत

अज़ादारी रस्म (परम्परा) या इबादत
आमपौर पर (अधिकतर) हमारी ज़बानों से एक वाक्य सुनने को मिलता है रवासिमे अज़ा (रीतियाँ) मरासिमे अज़ा (प्रथाऐं) जिसका अर्थ हर वह कार्य होता है जिसका सम्बन्ध अज़ादारी से ...

हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम

हज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम
माता पिताहज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम तथा आपकी माता हज़रत फ़ातिमा ज़हरा थीं। आप अपने माता पिता की प्रथम संतान थे।जन्म तिथि व जन्म ...

आखिर एक मशहूर वैज्ञानिक मुसलमान कैसे हो गया ?

आखिर एक मशहूर वैज्ञानिक मुसलमान कैसे हो गया ?
(अंतरिक्ष वैज्ञानिक( मिस्टर नील आम्र स्ट्रांग) और दाऊद मूसा बिदकोक, मुसलमान क्यों बन गए थे ?) किया आप जानते हें,/ क़ुरआन की सत्यता को सिद्ध करने के लिए क़ुरआन का यह प्रमाण भी ...

दुआ-ए-सनमी क़ुरैश

दुआ-ए-सनमी क़ुरैश
इब्ने अब्बास बयान करते हैं कि एक रात मैं मस्जिदे रसूल में गया ताकि नमाज़े शब वहीं अदा करू ,चुनॉचे मैंने हज़रते अमीरूलमोमिनीन (अ.स.) को नमाज़ में मशग़ूल देखा ,एक गोशे में बैठकर ...

शहादते इमामे मूसा काज़िम

शहादते इमामे मूसा काज़िम
इमामे हफतुमी मूसीए काज़िम दिलबरे ज़हरावसीए सादिके आले नबी को ज़हर से मारामुकय्यद सत्तरह साल आप ज़िन्दा में रहे पैहममगर शिकवा बजुज़ जिक्रे खुदा लब तक नहीं आयानमाज़े पढ़ता था ...

क़ुरआन और इल्म

क़ुरआन और इल्म
बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीमक़ुरआन और इल्म क़ुरआन और इल्म के रिश्ते को समझने के लिए इतना काफ़ी है कि क़ुरआन आलमें इंसानियत की रहबरी के लिए आया है और आलमे इंसानियत का कमाल ...

इमाम हुसैन (अ.स) के आंदोलन के उद्देश्य

इमाम हुसैन (अ.स) के आंदोलन के उद्देश्य
हज़रत इमाम हुसैन (अस) ने सन् (61) हिजरी में यज़ीद के विरूद्ध आंदोलन किया। उन्होने अपने आंदोलन के उद्देश्यों को इस तरह बयान किया है किः 1. जब हुकूमती यातनाओं से तंग आकर हज़रत ...

क्या कुरआन को समझ कर पढना ज़रुरी हैं भाग-2

क्या कुरआन को समझ कर पढना ज़रुरी हैं भाग-2
हम मुस्लमान अक्सर बहाने बनाते है की हमारे पास कुरआन मजीद का तर्जुमा पढने का टाइम नही है। हम अपने रोज़-मर्रा के कामों मे मसरुफ़ है, अपनी पढाई मे, अपने कारोबार मे, वगैरह वगैरह। ...