यहाँ पर अपने प्रियः अध्ययन कर्ताओं के लिए हज़रत इमाम नक़ी अलैहिस्सलाम के कुछ मार्ग दर्शक कथन प्रस्सतुत किये जारहे हैं।1- सुरक्षित रहोहज़रत इमाम नक़ी अलैहिस्सलाम ने कहा ...
कुछ ख़ास मोअतबर किताबों में दुआए जौशन सग़ीर का ज़िक्र जौशन कबीर से ज़्यादा शरह के साथ आया है. कफ़'अमी ने किताब "बलदुल अमीन" के हाशिये में फ़रमाया है कीयह बहु बुलंद मर्तबा और बड़ी ...
वह दुआएं जिनका वुज़ू के वक़्त पढ़ना मुस्तहब है। 270 वुज़ू करने वाले इंसान की नज़र जब पानी पर पड़े तो यह दुआ पढ़े- बिस्मिल्लाहि व बिल्लाहि व अलहम्दु लिल्लाहि अल्लज़ी जअला अल ...
नेअमत का शुक्रमुआविया बिन वहब कहते हैं: मैं मदीना में हज़रत इमाम जाफ़र सादिक़ अलैहिस्सलाम के साथ था, आप अपनी सवारी पर सवार थे, अचानक सवारी से उतर गए, हम बाजार जाने का इरादा ...
इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम का अख़लाक़ और आपका व्यवहार इस प्रकार का था कि आपने अपने शत्रुओं तक को अपना मुरीद बना लिया करते थे, आप लोगों के साथ बहुत सम्मान अदब और मेहरबानी के साथ ...
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन
लेखकः आयतुल्ला हुसैन अंसारीयान
इस लेख से पहले वाले लेख मे हमने यह बयान किया था कि जब जिब्राईल ने जमीन पर आकर उस व्यक्ति को उसके नाम की ...
क़सीदाजो शख्स शहे दी का अज़ादार नही हैवो जन्नतो कौसर का भी हक़दार नही है।जिसने न किया खाके शिफा पर कभी सजदासच पूछीये वो दीं का वफादार नही है।ये जश्ने विला शाहे शहीदां से है ...
सहीफ़ए सज्जादिया जिसे, उख़्तुल क़ुरआन यानी क़ुरआने मजीद की बहन कहा जाता है इमाम ज़ैनुल आबेदीन अ. की वह दुआएं हैं जो आपने अपनी पूरी ज़िन्दगी ख़ास तौर से कर्बला के बाद पैंतीस ...
हज़रत अली अलैहिस्सलाम के वीर पुत्र हज़रत अब्बास के शुभ जन्मदिवस पर आप सबकी सेवा में बधाई प्रस्तुत करते हैं। जब हम आस्था, वीरता और निष्ठा के उच्च शिखर की ओर देखते हैं तो ...
वह मासूम इमाम जो एक के बाद एक पैगम्बर (स) के उत्तराधिकारी बनते रहे 12 हैं। और बारहवे इमाम अब तक जीवित हैं तथा परोक्ष रूप से जीवन यापन कर रहे हैं। जिस प्रकार हज़रत पैगम्बर (स.) ...
शहादत सालेसा का नमाज़ में पढ़ना कैसा है यह समझने के लिये हमें यह देखना होगा की शहादते सालेसा खुद क्या है ?देखिये ला इलाहा इल्लाह मोहम्मादुन रसूलिल लाह वो कलम है जिसको पढ़ने ...
हमारे समाज में बहुत सी ईदें आती हैं जैसे ईद उल फि़त्र, ईदे क़ुरबान, ईदे मुबाहिला और ईदे ज़हरा वग़ैरह, यह सारी ईदें किसी वाकेए की तरफ़ इशारा करती हैं।ईद उल फि़त्रः पहली ...
माता पिताहज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम तथा आपकी माता हज़रत फ़ातिमा ज़हरा थीं। आप अपने माता पिता की प्रथम संतान थे।जन्म तिथि व जन्म ...
पवित्र क़ुरआन दयालु ईश्वर का कथन और मानवता के लिए सभी काल में उपचारिक नुस्ख़ा रहा है। इसकी आयतों को पढ़ने से मन पर बैठी मैल दूर हो जाती है और मनुष्य जैसे जैसे तिलावत करता ...
यदि मनुष्य का मन पवित्र हो जाए तो उसका व्यवहार मज़बूत हो जाता है।जो बात एक से दो तक पहुंची, उससे सब अवगत हो जाएंगें।कभी भी लोगों की आस्थाओं के बारे में खोजबीन न करो कि इस ...
इमाम सादिक अलैहिस्सलाम''मोमिन का शरफ नमाज़े शब और उसकी इज़्ज़त लोगो का तहफ्फुज़ (हिफाज़त) करना है। इमाम सादिक अलैहिस्सलामगाने से निफाक (मुनाफिकत) और ग़ुरबत पैदा होती ...
आज हम इस विषय पर चर्चा करेंगे कि जब खि़लाफ़त इमाम अ़ली का हक़ था तो क्यु आपने पैग़म्बर के स्वर्गवास के बाद अपने हक़ को अबूबकर, उस्मान या उमर से लेने की कोशिश नहीं की?इस सवाल के ...
माता पिताहज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम व आपकी माता हज़रत फ़तिमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा हैं। आप अपने माता पिता की द्वितीय सन्तान ...
चार शाबान ऐसे महान व्यक्ति का शुभ जन्म दिवस है जिसका नाम इतिहास में निष्ठा और त्याग का पर्याय बन चुका है। शाबान महीने की चार तारीख़ को हज़रत अली अलैहिस्सलाम के सुपुत्र ...