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Sunday 7th of July 2024
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पैग़म्बरों व आइम्मा की क़ब्रों की ज़ियारत

पैग़म्बरों व आइम्मा की क़ब्रों की ज़ियारत
हमारा अक़ीदह है कि पैग़म्बरे इस्लाम (स.) व आइम्मा-ए-मासूमीन अलैहिम अस्सलाम, बुज़ुर्ग उलमा व अल्लाह की राह में शहीद होने वाले अफ़राद की क़ब्रों की ज़ियारत मुसतहब्बाते ...

इमाम हसन (अ) के दान देने और क्षमा करने की कहानी।

इमाम हसन (अ) के दान देने और क्षमा करने की कहानी।
एक दिन इमाम हसन (अ) घोड़े पर सवार कहीं जा रहे थे कि शाम अर्थात मौजूदा सीरिया का रहने वाला एक इंसान रास्ते में मिला। उस आदमी ने इमाम हसन को बुरा भला कहा और गाली देना शुरू कर ...

ईश्वर को कहां ढूंढे?

ईश्वर को कहां ढूंढे?
चौथी शताब्दी हिजरी क़मरी के प्रसिद्ध परिज्ञानी अबू सईद अबुल ख़ैर से पूछा गया कि ईश्वर को कहां ढूंढे? अबू सईद ने उत्तर दियाः एसा कभी हुआ कि कहीं उसे ढूंढा हो और वह वहां न मिला ...

शिफ़ाअत का ग़लत मतलब निकालना

शिफ़ाअत का ग़लत मतलब निकालना
 क़यामत के दिन अल्लाह के वलियों की शिफ़ाअत कुछ शर्तों पर डिपेंड है। जिन शर्तों का इसी दुनिया में ह़ासिल करना ज़रूरी है। आयतों और रिवायतों में किसी इंसान या किसी समूह के ...

वा बेक़ुव्वतेकल्लती क़हरता बेहा कुल्ला शैएन 1

वा बेक़ुव्वतेकल्लती क़हरता बेहा कुल्ला शैएन 1
पुस्तक का नामः कुमैल की प्रार्थना का वर्णन लेखकः आयतुल्लाह हुसैन अंसारीयान   وَ بِقُوَّتِکَ الَتِی قَھَرتَ بِھا کُلَّ شَیء   “वा बेक़ुव्वतेकल्लती क़हरता बेहा कुल्ला शैएन” और उस ...

तव्वाबीन आन्दोलन-2

तव्वाबीन आन्दोलन-2
  कर्बला में इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की शहादत के बाद कई आंदोलन हुए जिनमें से एक का नाम क़यामे तव्वाबीन था। यह आंदोलन अचेतना की नींद सोये समाज के जागरुक हो जाने के बाद हुआ। ...

रमज़ानुल मुबारक-8

 रमज़ानुल मुबारक-8
पैग़म्बरे इस्लाम ने एक हदीस में जवानों से सिफ़ारिश की है कि वह अपनी इच्छाओं पर कंट्रोल के लिए शादी करे और अगर यह संभव न हो तो रोज़ा रखें रमज़ानुल मुबारक-8पैग़म्बरे इस्लाम ...

रोज़े के जिस्मानी फ़ायदे, साइंस की निगाह में

रोज़े के जिस्मानी फ़ायदे, साइंस की निगाह में
आज हम लोग रमज़ान के मुबारक महीने मे एक दीनी कर्तव्य समझ कर रोज़े रखते हैं जो सही भी है लेकिन दीनी कर्तव्य और सवाब के अलावा भी रोज़े के बहुत से फ़ायदे हैं जिनमे से कुछ फ़ायदे ...

उम्मुल मोमिनीन हज़रत ख़दीजा (स)

उम्मुल मोमिनीन हज़रत ख़दीजा (स)
अबनाः दस रमजानुल मुबारक उम्मुल मोमिनीन हज़रत ख़दीजा सलामुल्लाह अलैहा के निधन का दिन है। उन्होंने दुनिया को जन्नत में औरतों की सरदार हजरत फातिमा (स) जैसी बेटी का उपहार दिया ...

हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा

हज़रत फ़ातेमा ज़हरा सलामुल्लाह अलैहा
मक्का नगर पर चांदनी बिखरी थी और पूरे नगर पर मौन छाया था किंतु एसा लग रहा था जैसे महान ईश्वरीय दूत हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैही व आलेही व सल्लम के लिए समय की गति भिन्न थी। ...

परिवार का गठन

परिवार का गठन
  अगर आपको याद हो तो पिछले कार्यक्रम में हमने कहा था कि ईश्वरीय धर्म इस्लाम की दृष्टि में परिवार का गठन बहुत महत्व रखता है। जनसंख्या की दृष्टि से यद्यपि परिवार बहुत छोटा ...

शियों के इमाम सुन्नियों की किताबों में

शियों के इमाम सुन्नियों की किताबों में
  वह मासूम इमाम जो एक के बाद एक पैगम्बर (स) के उत्तराधिकारी बनते रहे 12 हैं। और बारहवे इमाम अब तक जीवित हैं तथा परोक्ष रूप से जीवन यापन कर रहे हैं। जिस प्रकार हज़रत पैगम्बर (स.) ...

न्याय और हक के लिए शहीद हो गए हजरत हुसैन

न्याय और हक के लिए शहीद हो गए हजरत हुसैन
मोहर्रम की दसवीं तारीख की इस्लामी कैलेंडर में बहुत अहमियत है। मोहर्रम की दसवीं तारीख से हजरत इमाम हुसैन (रजि.) की पाकीजा शहादत बावस्ता (संबद्ध) है। हजरत इमाम हुसैन यानी ...

अलौकिक संगोष्ठी

अलौकिक संगोष्ठी
  पवित्र क़ुरआन दयालु ईश्वर का कथन और मानवता के लिए सभी काल में उपचारिक नुस्ख़ा रहा है। इसकी आयतों को पढ़ने से मन पर बैठी मैल दूर हो जाती है और मनुष्य जैसे जैसे तिलावत करता ...

पवित्र क़ुरआन और धर्मांधियों का क्रोध

पवित्र क़ुरआन और धर्मांधियों का क्रोध
पवित्र क़ुरआन, पैग़म्बरे इस्लाम (स) का अमर चमत्कार और कभी समाप्त न होने वाले उच्च ज्ञान तथा तत्वदर्शिता का भण्डार है। यह ईश्वरीय पुस्तक उचित तथा अनुचित विचारों और ...

नमाज़ को छोड़ने वालों, नमाज़ से रोकने वालों और नमाज़ से ग़ाफिल रहने वालों की मज़म्मत

नमाज़ को छोड़ने वालों, नमाज़ से रोकने वालों और नमाज़ से ग़ाफिल रहने वालों की मज़म्मत
कुछ लोग न ईमान रखते हैं और न नमाज़ पढ़ते हैं।क़ुरआन मे सूरए क़ियामत की 31वी आयत मे इरशाद होता है कि कुछ लोग ऐसें है जो न ईमान रखते हैं और न नमाज़ पढ़ते है। यहाँ क़ुरआन ने हसरतो ...

क़ुरआने मजीद की वही (अल्लाह का संदेश)

क़ुरआने मजीद की वही (अल्लाह का संदेश)
क़ुरआने मजीद ने तमाम दूसरी इलहामी और पवित्र किताबों जैसे तौरेत और इंजील आदि से ज़्यादा आसमानी वही, वही भेजने वाले और वही लाने वाले के बारे में लिखा है और यहाँ तक कि वही की ...

मौत

मौत
हमारी दुआओं का एक बड़ा हिस्सा मौत और क़यामत पर समर्पित है, ताकि इंसान अपनी ला-परवाही की नींद से जाग जाए! अगर हम वास्तविकता पर विचार करें, तो हम देखते है की दुन्या उसे धोका देती ...

मोमिन की नजात

मोमिन की नजात

पैग़म्बरे इस्लाम सल्लल लाहो अलैहि व आलेही व सल्लम फ़रमाते हैः मोमिन की नजात अपनी ज़बान को क़ाबू रखने में है।

ज़ुहूर का रास्ता हमवार होना और ज़हूर की निशानियां

ज़ुहूर का रास्ता हमवार होना और ज़हूर की निशानियां
हज़रत इमाम महदी (अ. स.) के ज़हूर की कुछ निशानियाँ और शर्तें हैं, उन्हीं को ज़हूर का रास्ता हमवार होना व ज़हूर की निशानियों के शीर्षक से याद किया जाता है। इन दोनों में फ़र्क यह ...