चार शाबान ऐसे महान व्यक्ति का शुभ जन्म दिवस है जिसका नाम इतिहास में निष्ठा और त्याग का पर्याय बन चुका है। शाबान महीने की चार तारीख़ को हज़रत अली अलैहिस्सलाम के सुपुत्र ...
नाम व उपाधियाँआपका नाम अली व आपके अलक़ाब अमीरुल मोमेनीन, हैदर, कर्रार, कुल्ले ईमान, सिद्दीक़,फ़ारूक़, अत्यादि हैं।माता पिताआपके पिता हज़रतअबुतालिब पुत्र हज़रत अब्दुल ...
उन्नीस रमज़ान वह शोकमयी तिथि है जब हज़रत अली अलैहिस्सलाम के सिर पर विष भरी तलवार मारी गयी। हज़रत अली (अ) पैग़म्बरे इस्लाम सलल्लाहो अलैह व आलेही वसल्लम के परिजनों में ...
जोहर की नमाज़ पढने के पहले की दुआ
जैसे ही दोपहर का वक़्त हो यह दुआ पढ़ें! रिवायत है की इमाम अल-बाक़र (अ:स) ने मोहम्मद इब्न मुस्लिम को यह दुआ बराबर पढने की ताकीद की थी ताकि उनकी ...
इमाम अली नक़ी अ. ने अपनी इमामत के 7 साल मोतसिम अब्बासी के दौर में गुज़ारे, इन वर्षों में इमाम की हर गतिविधि पर हुकूमत के जासूसों कि निगाहें थीं, और आपके पास आने जाने वाले लोगों ...
शहादत पा गए ज़हरे दग़ा से पाँचवे रहबर इमाम इन्सो जिन हज़रत मोहम्मद बाकिरे अतहर
हुशाम इब्ने मालिक जब आपसे कुछ बहस करता था शिकस्त उसको बराबर देता था वह इब्ने पैग़म्बर
कुदूरत ...
इल्मी, इज्तेमाई व रूहानी कामयाबियों को हासिल करने के लिये सब को सब्र व तहम्मुल की ज़रूरत होती है। तमाम कामयाबियाँ एक दिन में ही हासिल नही की जा सकती, बल्कि बरसों तक खूने दिल ...
दाऊदी बोहरो की आबादी के बारे में सही जानकारी नही है लेकिन फिर भी हिन्दुस्तान में लगभग दो लाख दस हज़ार बोहरे रहते हैं प्राप्त सूचना के अनुसार पूरे विश्व में बोहरो की पांच ...
हज़रत मासूमा का पहली जिल्क़ादा साल 173 हिजरी मे मदीने मे जन्म हुआ.कुरान समाचार (iqna) इस्फहान शाखा के मुताबिक़ मासूमा ने 1 ज़िल्कादा साल 173 हिजरी मदीने मे आँख खोली,और 10 ...
सलाम हो आप पर हे प्रिय रोज़ा रखने वालो कि भीषण गर्मी के दिनों में भूख व प्यास सहन करके ईश्वर के आदेश पर नत्मस्तक हैं और उससे कृपा व क्षमा की आशा लगाए हुए हैं। आशा करते हैं कि ...
बर्ज़ख़ की धरती के बारे में पवित्र क़ुरआन मजीद में ईर्साद हैः कि जिस दिन समस्त प्रकार लोगों को उठाया जायेगा। (23) मरने के बाद बर्ज़ख़, क़ब्र की धरती है उस क़ब्र में प्रत्येक ...
आपने पवित्र पुस्तक नहजुल बलाग़ा के बारे में अवश्य सुना होगा और इस किताब को देखा भी होगा लेकिन नही मालूम कि इस किताब से आप कितने परिचित हैं और इसके बारे में कितना ज्ञान ...
बिस्मिल्लाह हिर्रहमानिर्हीमहज़रत अली अ0 की वसीयतजब आप पर इबने मुल्जिम ज़रबत लगा चुका तो आपने इमाम हसन अ0 और इमाम हुसैन अ0 से फ़रमायाः• मैं तुम दोनो को वसीयत करता हूँ कि ...
पुस्तकः कुमैल की प्रार्थना का वर्णन
लेखकः आयतुल्ला अनसारीयान
घास एंव वनस्पति (पेड़ पौधो) की संख्या तथा उनका प्रदर्शन एंव उनके अंदर मौजूद विटामिन इत्यादि, मानव जीवन के ...
९ मोहर्रम को कर्बला में घटने वाली घटनाओं
कर्बला का आंदोलन शताब्दियों से सत्य के खोजियों को तृप्त करने वाला निर्मल जलसोते ककी भांति रहा है। निःसंदेह इस आंदोलन में पाया ...
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह अनसारियान
हे कुमैलः यह हृदय कंटेनर है, और उसमे सर्वाधिक अच्छा उसका रखरखाव करने वाला है, जो कुच्छ तुम्हे बताऊ उसे कंठित ...
पैग़म्बरे इस्लाम के पौत्र हज़रत इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम अपने समय में ज्ञान, समस्त सदगुणों और ईश्वरीय भय व सदाचारिता के प्रतीक थे। इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम भी दूसरे इमामों की ...
ईश्वर ने मनुष्य को जीवन प्रदान करके उसके सामने एक लक्ष्य रखा है। यह लक्ष्य है, समस्त प्रतिभाओं और क्षमताओं का उपयोग करते हुए संपूर्ण मनुष्य बनना। जीवन प्रदान करने वाले और ...
ईश्वरीय धर्म इस्लाम का एक अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम व उपासना हज है। हज इस्लाम के व्यापक कार्यक्रमों का एक छोटा साभाग है। हज ऐसी उपासना है जिसमें नमाज़ पढ़ी जाती है दुआ की ...