शायद आप यह बात जानकर हैरत करें लेकिन सच्चाई यही है कि वेदों और पुराणों में पैगम्बर मुहम्मद सल्ल. के आगमन से बरसों पहले उनके आने की भविष्यवाणी की गई है।
मुहम्मद सल्ल0 अरब में ...
मुहर्रम के आने के साथ ही करबला वालों की याद हृदयों में पुनःजीवित हो जाती है। हर व्यक्ति अपने स्तर से इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के पवित्र आन्दोलन से स्वंय को जोड़ने का प्रयास ...
लेखक: आयतुल्लाह हुसैन अनसारियान
किताब का नाम: शरहे दुआ ए कुमैल
प्रार्थी को इस तत्थ से वाक़िफ़ होना चाहिए कि दयालु परमेश्वर ने उसको प्रार्थना के लिए ...
इस्लाम में पड़ोसी के साथ अच्छे व्यवहार पर बड़ा बल दिया गया हैं। परन्तु इसका उददेश्य यह नही हैं कि पड़ोसी की सहायता करने से पड़ोसी भी समय पर काम आए, अपितु इसे एक मानवीय ...
अल्लामा तबरिसी बहवाला-ए-मुहम्मद बिन याक़ूब कुलैनी लिखते है कि इस्हाक़ बिन याक़ूब ने बज़रिये मुहम्मद बिन उस्मान अमरी हज़रत इमाम महदी (अ0) की ख़िदमत में एक ख़त इरसाल ...
कभी कभी हमारे जीवन में ऐसी घटनाएं घटती हैं कि जो जाने अन्जाने हमारी भावनाओं को उक्साने का कारण बनती हैं। इनमें से एक, कि जिसका सहन करना अत्यन्त कठिन होता है, हतोत्साह नामक ...
अमरीका के राष्ट्रपति बाराक ओबामा ने देश की जनता को वचन दिया है कि अफ़ग़ानिस्तान से अमरीकी सैनिकों की वापसी आरंभ होगी। ओबामा ने कहा कि जुलाई महीने से दस हज़ार सैनिकों की ...
शहरे रै (तेहरान/ईरान) मे जिन सादात की क़ब्रे हैं उन मे से एक जलीलुल कद्र इमामज़ादे हज़रते हमज़ा है आपके बारे मे बयान किया जाता है कि आप एक आलिम, फाज़िल और मुत्तक़ी व ...
क़ुरआन मजीद के अपने सबूत के मुताबिक़ पैग़म्बरे अकरम (स) और आप के अहले बैत (अ) का बयान जैसा कि पिछले बाबों में आया है क़ुरआनी आयात की तफ़सीर में हुज्जत रखता है। यह हुज्जत ...
अक़ामत के बाद सीधा खड़ा हो क़िब्ला की तरफ़ मुंह करके और इस तरह नियत करें नमाज़ पढ़ता हूँ मैं (जैसे) सुबह की दो रकअत वाजिब क़ुर्बतन इलल्लाह इसके साथ ही तकबीर कहें यानी ...
इस्लाम और सिक्योलरिज़्म आज की दुनिया के दो महत्वपूर्ण दृष्टिकोण (नज़रियात) हैं और इन्हीं की वजह से आज दुनिया दो गुरूप में विभाजित है।इनमें से एक इस्लामी दृष्टिकोण है और ...
ख़ुदावन्दे आलम ने बज़्मे इंसानी के अंदर हज़रत मुहम्मद मुस्तफ़ा सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही वसल्लम से बेहतर किसी को ख़ल्क नहीं फरमाया। आप सल्लल्लाहो अलैहे व आलेही वसल्लम ...
आमपौर पर (अधिकतर) हमारी ज़बानों से एक वाक्य सुनने को मिलता है रवासिमे अज़ा (रीतियाँ) मरासिमे अज़ा (प्रथाऐं) जिसका अर्थ हर वह कार्य होता है जिसका सम्बन्ध अज़ादारी से ...
ख़ासाने रब हैं बदरो ओहद के शहीद भीलेकिन अजब है शाने शहीदाने करबला।राहे ख़ुदा में शहीद हो जाने वाले मुजाहेदीन का फ़ज़्ल व शरफ़ मोहताजे तआरूफ़ नहीं है। शोहदाऐ राहे ख़ुदा के ...
जब असीरों का क़ाफ़ेला दरबारे इब्ने ज़ेयाद में पहुंचा तो इब्ने ज़ेयाद ने पूछा के वह औरत कौन है जो अपनी कनीज़ों के हमराह एक गोशे में बैठी है? आपने जवाब न दिया उसने दो तीन बार ...
इमाम ख़ुमैनी का मानना था कि महिला समाज में किनारे पर नहीं होती बल्कि वह समाज का केन्द्र है। इस बात में संदेह नहीं है कि महिला भी पुरूष के ही समान अपने भाग्य एवं भविष्य की ...
हर समाज और हर व्यक्ति की जीवन शैली, उस व्यक्ति में पायी जाने वाली आस्थाओं या उस समाज में प्रचलित विचारधाराओं से प्रभावित होती है। भौतिक विचारधाराएं तथा आनंददायक व ...
पुस्तक का नामः कुमैल की प्रार्थना का वर्णन
लेखकः आयतुल्ला अनसारियान
इल लेख से पहले दो लेखो मे इस बात का भलि प्रकार उल्लेख हुआ कि ईश्वर अपनी दया एंवम कृपा के आधार पर एक ...
सैय्यद ताजदार हुसैन ज़ैदी
बहुत संभव है कि किसी के दिमाग़ में यह प्रश्न उठे कि आख़िर क्यों चेहलुम के दिन इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की ज़ियारत को इतना अधिक महत्व दिया गया ...