पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह अनसारीयान
हमने इस से पूर्व भाग मे इस बात को बताया था कि अमीरुल मोमेनीन ने कुमैल को संबोधित करते हुए कहा कि हे कुमैल, इस ...
एहसान इंसानी समाज में बहुत कॉमन लफ़्ज़ है। एर ग़ैर मुस्लिम भी एहसान को अच्छी तरह जानता है। बस फ़र्क़ यह है कि जो एहसान का लफ़्ज़ हमारे समाज में इस्तेमाल होता है वह क़ुरआन ...
पुस्तक का नामः दुआए कुमैल का वर्णन
लेखकः आयतुल्लाह अनसारीयान
पवित्र क़ुरआन ने मानव जीवन के चरणो को विभिन्न क़िस्मो मे विभाजित किया है, सर्वशक्तिमान का कथन हैः
وَقَدْ ...
अबनाः हदीसों की किताबों में इब्ने अब्बास के हवाले से बयान हुआ है कि रसूले इस्लाम स.अ. इमाम हसन अलैहिस्सलाम को अपने कांधे पर सवार किए हुए कहीं ले जा रहे थे किसी ने कहा अरे बेटा ...
दूसरी हिजरी क़मरी के ज़िलहिज महीने की पहली तारीख़ को इमाम अली और हज़रत फ़ातेमा का विवाह बहुत ही साधारण ढंग से संपन्न हुआ। हालांकि यह एक साधारण सा विवाह था किंतु आने वाली ...
इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम प्रत्येक अवसर पर लोगों का मार्गदर्शन करते और मायामोह व अंधकार में डूबे लोगों को जागरुक बनाते रहते थे। यही कारण है कि जब यज़ीदी सेना के एक सेनापति ...
मुबाहिला का वाकया हिजरी कैलन्डर के 9वें साल में हुआ। इस घटना में 14 ईसाई विद्वानों (नजरान) का एक दल इस्लाम की सत्यता पर तर्क करने हज़रत मोहम्मद (स:अ:व:व) के पास आया ! दोनों पक्षों ...
इमाम अली तमाम मुशकिलात के हल के लिये क़ुरआने करीम का तआरुफ़ फ़रमाते हैं। क़ुरआन ही वह शफ़ा बख़्श दवा है जो तमाम दर्दों का दरमान और परेशानियों के लिये मरहम है। अलबत्ता यह ...
नाम व उपाधियाँआपका नाम अली व आपके अलक़ाब अमीरुल मोमेनीन, हैदर, कर्रार, कुल्ले ईमान, सिद्दीक़,फ़ारूक़, अत्यादि हैं।माता पिताआपके पिता हज़रतअबुतालिब पुत्र हज़रत अब्दुल ...
आज जनाब सैयदा और मौलाए कायनात की शादी की तारीख़ है। यह एक आसमानी मिलन, आत्मा की गहराईयों का एक रिश्ता और ज़िंदगी का एक ऐसा बंधन था जिसकी खुशी ज़मीन पर भी मनाई गई और आसमान पर ...
जनाबे ज़ैनब व उम्मे कुलसूम हज़रत रसूले ख़ुदा (स.अ.व.व.) और जनाबे ख़दीजतुल कुबरा (स.अ.व.व.) की नवासीयां , हज़रत अबू तालिब (अ.स.) व फ़ात्मा बिन्ते असद (स.अ.व.व.) की पोतियां हज़रत अली (अ.स.) व ...
इमाम हुसैन (अ:स) अपने नाना रसूल अल्लाह (स:अ:व:व) से उम्मत द्वारा किये गए ज़ुल्म को ब्यान करते हुए कहते हैं :नाना आपके बाद आपकी उम्मत ने माँ फातिमा (स:अ) पर इतना ज़ुल्म ढाया की मेरा ...
अभी के अभी हुसैन दे दे जो रन की रज़ा अभी के अभी.......यज़ीद कर दूँ तेरा फेँसला अभी के अभी...... अली का शेर हूँ, अब्बास नाम है मेराचलेगी साथ मेरे अल्कमा अभी के अभी...... तपिश ...
माता पिताहज़रत इमाम हसन अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम तथा आपकी माता हज़रत फ़ातिमा ज़हरा थीं। आप अपने माता पिता की प्रथम संतान थे।जन्म तिथि व जन्म ...
हज़रत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम ने अपने ज़माने की हुकूमत के ख़िलाफ़ जो क़ियाम किया, उसकी बहुत सी वजहें हैं। लेकिन हम यहाँ पर उनमें से सिर्फ़ ख़ास ख़ास वजहों का ही ज़िक्र कर ...
हज का वातावरण हज़रत हाजेरा और हज़रत इब्राहीम अलैहिस्सलाम के काल से ही, पुरुषों के साथ महिलाओं को समान अधिकार प्रदान करता है और इस प्रक्रिया में मानवीय व लैंगिक दोनों ...
अहलेबैत न्यूज़ एजेंसी, अबना: इमाम सादिक़ अ. के ज़माने के बादशाहों के विरुद्ध होने वाले अक्सर आंदोलनों में इमाम सादिक़ अ. की मर्ज़ी शामिल नहीं थी। और आप आंदोलन के अगुवाओं ...
नाम
हज़रत अबुतालिब अलैहिस्सलाम का अस्ल नाम इमरान व अबुतालिब आपकी कुन्नीयत थी।
माता पिता
हज़रत अबुतालिब अलैहिस्सलाम के पिता हज़रत अब्दुल मुत्तलिब व आपकी माता हज़रत ...
इमाम जाफर अल-सादिक़ (अ:स) से नकल हुआ है की जो शख्स चालीस रोज़ तक हर सुबह इस दुआए अहद तो पढ़े तो वोह इमाम (अ:त:फ) के मददगारों में से होगा और अगर वो इमाम (अ:स) के ज़हूर के पहले मर जाता है ...